अमेरिका के बड़े शहरों के सिनेमाघरों में ‘कश्मीर फाइल्स’ को लेकर हिंदू समुदाय में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। महिलाएं समूह में इस फिल्म को देखने के लिए सिनेमाघरों में पहुंच रही हैं। फिल्म देखने गई कुछ महिलाओं ने बताया कि इस तरह की फिल्म बहुत पहले आ जानी चाहिए थी।
अमेरिका के न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क के क्वींस इलाके के सिनेमाघरों में खासी चहल-पहल देखी जा रही है। जबकि लॉस एंजेल्स के कुछ इलाकों में हिंदू स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर फाइल्स देखने के लिए वट्सअप पर इस फिल्म को देखने का प्रोग्राम बनाया। इसी तरह का उत्साह सिलिकन वैली के सिनेमाघरों में देखा गया, जहां हजारों की संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं।
कश्मीरी पंडितों पर ढाये गए जुल्म-ओ-सितम की कहानी
कश्मीरी पंडितों पर ढाये गए जुल्म-ओ-सितम पर केंद्रित फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” चर्चा में है। इसे दर्शकों का बेपनाह प्यार मिल रहा है। सिनेमा हॉल की सीट पर बैठे-बैठे ही लोगों की आंखों से आंसू टपक रहे हैं। यह सच है कि द कश्मीर फाइल्स ने कश्मीर के हिन्दुओं के साथ हुए भयावह अत्याचार और पलायन के बेहद सुलगते मुद्दे को मौजूदा पीढ़ियों को अवगत कराया है। यही नहीं इस फिल्म ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान का चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब किया है। साथ ही जम्मू-कश्मीर में भारत के टुकड़ों पर पलने वाले अलगाववादियों और चंद सत्तालोलुप राजनेताओं की पोल खोल दी है।