भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात की चेतावनी जारी की है। यह बंगाली की खाड़ी में बनना शुरू हुआ है। जिसका लैंडफॉल ओडिसा और आंध्र प्रदेश के उत्तरी हिस्से में होगा। मई 2021 में ताउते और यास चक्रवात द्वारा हुए नुकसान के बाद अब यह चक्रवात आ रहा है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार शनिवार को गोपालपुर से 510 किलोमीटर और पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तनम में 590 किलोमीटर दूर गहरे दबाव का क्षेत्र बना है। जो अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। 26 सितंबर 2021 को यह कलिंगपत्तनम, विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटो की ओर बढ़ सकता है।
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ऐसा रहेगा प्रभाव
चक्रवात के प्रभाव से ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में हल्की और मध्यम बारिश हो सकती है। चक्रवात का प्रभाव तेलंगाना और छ्त्तीसगढ़ में भी देखने को मिल सकता है। 26 सितंबर को तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश से सड़कें जलमग्न हो सकती हैं।
चक्रवाती तूफान के प्रभाव से बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य क्षेत्र में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं बहेंगी। इसके अलावा अगले तीन दिनों तक समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती है। मछुआरों के 25 सितंबर से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा गया है।
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