कुछ दिनों से मौसम की आंख मिचौली के खेल से किसान असमंजस में पड़ा हुआ है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मानसून के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। यह जानकारी सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एन.सुनील पांडे ने दी है।
उन्होंने बताया कि चार जून को केरल के तट से मानसून के टकराने का अनुमान था। लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक मानसून के केरल के तट से टकराने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं। इसका असर फसलों की बुवाई पर भी पड़ेगा, जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है।
उन्होंने बताया कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के बढ़ने से मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। इन हवाओं की गहराई भी औसत समुद्र तल से 2.1 किमी तक पहुंच गई है। इसके अलावा अरब सागर के ऊपर बादल बढ़ रहे हैं। केरल में मानसून आने में तीन से चार दिन और लग सकते हैं, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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किसान को होगी परेशानी
मौसम वैज्ञानिक डॉ. पांडे ने बताया कि वर्ष 2022 में कम बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ था। समय पर बारिश नहीं होने के चलते किसानों ने धान की बुवाई में देरी की थी, जिन किसानों ने समय से बुवाई कर भी दी थी, उन्हें सिंचाई की संकट के चलते खासा नुकसान उठाना पड़ा था। धान के उत्पादन में भी भारी कमी दर्ज की गई थी। इस साल भी मानसून की देरी की मार किसानों पर पड़ सकती है। मानसून में देरी के चलते किसानों को अपनी फसलों की बुवाई के लिए इंतजार करना पड़ेगा। ऐसे में किसानों की फसल समय से तैयार नहीं हो पाएगी, जिसका असर फसल उत्पादन पर भी पड़ेगा।