महाराष्ट्र में 3 हजार 291 मवेशी लम्पी रोग से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। सूबे के पशुपालन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राज्य में लम्पी रोग पूरी तरह नियंत्रण में है। इसके लिए प्रशासन की ओर से पर्याप्त मात्रा में औषधि और टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।
सचिंद्र प्रताप सिंह ने 19 सितंबर को पत्रकारों को बताया कि राज्य में 19 सितंबर को जलगांव, अहमदनगर, धुले, अकोला, पुणे, लातूर, औरंगाबाद, बीड, सतारा, बुलडाना, अमरावती, उस्मानाबाद, कोल्हापुर, सांगली, यवतमाल, परभणी, सोलापुर, वाशिम, नासिक, जालना, पालघर, ठाणे, नांदेड़ नागपुर, चंद्रपुर, हिंगोली और रायगढ़ जैसे 27 जिलों के 1108 गांवों में 9 हजार 375 पशु लम्पी से संक्रमित पाए गए हैं। संक्रमितों में से 3 हजार 291 जानवर ठीक हो चुके हैं और बाकी का इलाज चल रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 49.83 लाख वैक्सीन की मात्रा उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस टीके की मात्रा से प्रभावित क्षेत्र का 5 किमी. परिधि के 1108 गांवों में 16.45 लाख पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है और टीकाकरण अभियान जारी है। इसके बाद टीकाकरण गोशालाओं और बड़े झुंडों या बड़ी संख्या में पशुधन वाले स्थानों पर किया जाएगा।
रोकथाम के लिए 25 लाख डोज
सचिंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि 20 सितंबर तक राज्य को लम्पी की रोकथाम के लिए 25 लाख डोज मिल जाएंगी। प्रभावित जिले जलगांव 94, अहमदनगर 30, धुले 9, अकोला 46, पुणे 22, लातूर 3, औरंगाबाद 5, सतारा 12, बुलडाना 13, अमरावती 17, कोल्हापुर 9, सांगली 2, वाशिम 1, जालना 1, ठाणे 3, नागपुर 3 और रायगढ़ 1 में इस तरह सूबे में कुल 271 मवेशियों की मौत हुई है। इसे देखते हुए मुंबई में गांठ रोग (लम्पी) के नियंत्रण, रोकथाम और उन्मूलन के लिए जानवरों की प्रदर्शनी, बाजार, यात्रा और जानवरों के परिवहन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
कई जगहों पर फैली है बीमारी
प्रदेश समेत देश में कई जगहों पर जानवरों में गांठ जैसी बीमारी तेजी से फैल रही है, ऐसे में मुंबई में भी एहतियात बरती जा रही है। मुंबई में कई जगहों पर बैलगाड़ी, घोड़ागाड़ी और गाय भी रखी जाती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस ने मुंबई में गांठ को फैलने से रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रदर्शनियों, मेला और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जानवरों को लाना प्रतिबंधित है। इन निर्देशों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।