मुंबई में पिछले दिनों से गुलाबी ठंड बढ़ गई है। अगले कुछ दिनों में पारा और गिरने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है। मुंबई में दिन का अधिकतम तापमान और रात का न्यूनतम तापमान लगभग आसपास दर्ज किया जा रहा है। संभावना जताई गई है कि मुंबई में 15 जनवरी को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास और 16 जनवरी को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया सकता है। इस बीच वायु प्रदूषण ने मुंबईवासियों की स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
ठंड और बढ़ने की उम्मीद
मकर संक्रांति से ठंड का असर धीरे-धीरे कम होने लगाता है। लेकिन उत्तरी राज्यों में बर्फबारी और वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण मुंबई सहित राज्य में ठंड बढ़ेगी। मुंबई में तापमान गिरने से बीते दो दिनों से शहर की आबोहवा भी जहरीली हो गई है। मुंबई के कई क्षेत्रों में एक्युआई 300 के पर होने से हवा खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। ऐसे में चिकित्सकों ने संभावना जताई है कि आनेवाले दिनों में सर्दी खांसी दुकान की बीमारियों बढ़ सकती हैं।
मुंबई के साथ ही अन्य शहरो में भी बढ़ सकती है ठंड
मुंबई सहित राज्य के लोगों को अगले एक सप्ताह तक इसी तरह ठंड का सामना करना पड़ेगा। कोकण, विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाडा में कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। स्वेटर, कनटोपी और हाथ के दास्तानें बाहर निकल आए हैं। मौसम वैज्ञानिक किरण जोहरे ने बताया कि नासिक, नागपुर, पुणे आदि में पारा 10 डिग्री से नीचे गिरने की संभावना है उत्तर से आनेवाली हवा की गति धीमी और अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव होता है।
उपनगरों में छाया है धुंध
मुंबई और उपनगरों में सुबह के समय कोहरा, धुंध और धूल की मोटी परत नजर आ रही है। मुंबई की वायु गुणवत्ता शनिवार को 324 स्तर के साथ ”बहुत खराब” श्रेणी में आ गई थी। हालांकि इसमें रविवार को मामूली सुधार हुआ और शहर की एक्युआई 293 पर रहा। इस बीच, प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 की सघनता क्रमश: 155 और 225 रही। मुंबई में प्रदूषण का स्तर बढ़ और घट रहा है। माझगांव में 235, चेंबूर में 331, बीकेसी- 354, मालाड-152, अंधेरी- 307, कुलाबा- 286, भांडुप-180, बोरीवली-111 और वर्ली में हवा की गुणवत्ता 111 एक्युआई दर्ज की गई है। गले में खराश की समस्या बढ़ गई है समस्या जेजे अस्पताल के ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. श्रीनिवास चव्हाण के अनुसार हल्के बुखार, सिर और शरीर में दर्द, खांसी, जुखाम बढ़ गया है। इस बीमारी से पीड़ित बड़ी संख्या में रोगी इलाज के लिए अस्पताल आ रहे हैं।