प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के प्रति लोगों द्वारा बरती जा रही ढिलाई को लेकर चिंता जताई है। देश में कोरोना के कम होते संक्रमण के कारण इसके दिशानिर्देशों में काफी लापरवाही बरती जा रही है। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को आगाह किया है।
प्रधानमंत्री ने चीन, अमेरिका सहित कई देशों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर बुलाई उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से संबंधित पुराने ढांचे को पूरी तरह से तैयार और सुरक्षित रखें। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना में उचित व्यवहार के पालन, टेस्टिंग बढ़ाने और सतर्कता डोज के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
चीन, अमेरिका, जापान और कोरिया आदि देशों में जारी कोरोना के संक्रमण के बीच भारत में भी सावधानियां बरती जाने लगी हैं। देश के कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भी मास्क और अन्य कोरोना रोधी नियमों को लेकर एडवायजरी जारी कर दी है। अगले कुछ दिनों में मास्क और अन्य दिशानिर्देशों को भी जारी किए जाने की संभावना है।
कोविड से बचाव के लिए प्रोटोकॉल जारी
फिलहाल कर्नाटक में 22 दिसंबर को राज्य सरकार ने कोविड से बचाव के प्रोटोकॉल जारी कर दिए हैं। इसमें मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र मे भी मास्क पहनना अनिवार्य किए जाने की संभावना है। मुंबई में मुंबा देवी मंदिर प्रबंधन ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे मंदिर में मास्क पहनने के नियम का पालन करें।
दिल्ली के इन अस्पतालों में ए़़डवायरी जारी
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के एम्स में भी एडवायजरी जारी की गई है। इस एडवायरी में कहा गया है कि अब एम्स के स्टाफ को अस्पताल परिसर में कोविड के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। अस्पताल ने अपनी गाइडलाइन में मास्क पहनना जरुरी करने के साथ ही पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर भी रोक लगा दी है। इसके साथ ही दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने भी लोगों से त्योहारी मौसम में सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने के साथ ही अन्य सावधानियां बरतने की भी अपील की है।
इन देशों में बढ़ा संक्रमण
अमेरिका, जापान, कोरिया और चीन में संक्रमण बढ़ने के कारण केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों को परिपत्र भेजकर वायरस के नए वैरिएंट को समझने और आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।