भारत ने टीकाकरण में एक नया रिकॉर्ड बनाया है और अक्टूबर 2021 के चौथे सप्ताह में कोविड -19 वैक्सीन का निर्यात फिर से शुरू करेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने यह घोषणा की है। टीकों की घरेलू आपूर्ति की आवश्यकता के कारण इस साल अप्रैल से टीकों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। मांडविया ने कहा कि देश में अक्टूबर में 30 करोड़ टीकों का उत्पादन किया जाएगा। इसलिए अक्टूबर से अन्य देशों के साथ ‘वैक्सीन मैत्री’ फिर से शुरू हो जाएगी। मांडविया ने स्पष्ट किया कि केवल अतिरिक्त खुराक का निर्यात किया जाएगा।
वसुधैव कुटुम्बकम की नीति पर अमल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में अक्टूबर में 30 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन खुराक का उत्पादन किया जाएगा, जबकि वर्ष के अंतिम तीन महीनों में 100 करोड़ से अधिक टीकों का उत्पादन होने की उम्मीद है। अब तक देश की 61 फीसदी आबादी का टीकाकरण किया जा चुका है। भारत कोवैक्स कार्यक्रम के तहत टीकों की आपूर्ति करके वसुधैव कुटुम्बकम के लक्ष्य को प्राप्त करेगा। इससे दुनिया को मिलकर कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी। मांडविया ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए दुनिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए अतिरिक्त टीकों का निर्यात किया जाएगा।
भारतीय टीकाकरण अभियान विश्व के लिए आदर्श
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सितंबर 2021 में स्वदेशी वैक्सीन निर्माताओं से 26 करोड़ डोज प्राप्त होंगे। भारत में कोविड टीकों के स्वदेशी अनुसंधान और उत्पादन के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों और मार्गदर्शन के कारण संभव हुआ है। भारत वैश्विक विकास के अनुरूप कोविड के टीकों पर शोध, विकास और उत्पादन कर रहा है। उन्होंने कहा, “भारत का टीकाकरण अभियान पूरी दुनिया के लिए एक मॉडल है और यह बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।”