Goa: पहले अंतरराष्ट्रीय पर्पल फेस्ट का 8 जनवरी को गोवा के कला अकादमी में शुभारंभ किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में 14 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। 13 जनवरी तक चलने वाले इस फेस्ट में विभिन्न विषयों पर कई सत्र का आयोजन(Many sessions organized on various topics in the fest) किया जा रहा है। क्रिकेट, बैटमिंटन, फुटबॉल(Cricket, Badminton, Football) सहित कई खेल प्रतिस्पर्धा आयोजित की जा रही हैं। इसके साथ ही गोवा में दिव्यांगों के लिए पुनर्वास केन्द्र की शुरुआत(Opening of rehabilitation center for disabled people) की जा रही है, जिसमें सभी सेवाएं निशुल्क जी जाएंगी।
अंतरराष्ट्रीय ‘पर्पल फेस्ट’ दिव्यांग व्यक्तियों की समावेशिता और सशक्तीकरण का उत्सव
पहले अंतराष्ट्रीय पर्पल फेस्ट के उद्घाटन समारोह में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले, सचिव राजेश अग्रवाल सहित कई गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ‘पर्पल फेस्ट’ दिव्यांग व्यक्तियों की समावेशिता और सशक्तीकरण का उत्सव मनाने वाला एक कार्यक्रम है। दिव्यांग व्यक्तियों का सशक्तीकरण कोई परोपकार का कार्य नहीं है बल्कि यह मानवाधिकार और सामाजिक समानता का मामला है। उन्होंने कहा कि ‘पर्पल फेस्ट’ गोवा की – जीवंत, विविध और स्वागत करने की भावना का प्रतीक है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम समाज को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक समावेशी, सुलभ और सहायक बनाकर, इनकी क्षमता और प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं, जिससे वे भी देश के विकास में भागीदार बन सकें।
प्रतिभाओं को आगे लाने का अवसर
रामदास अठावले ने कहा कि पर्पल फेस्ट की मेजबानी करने और समावेशिता के उद्देश्य को आगे बढ़ाने का अवसर है। वास्तव में समावेशी समाज वह है, जो प्रत्येक व्यक्ति की अद्वितीय शक्तियों और प्रतिभाओं को पहचानता है तथा उनको आगे लाने में मदद करता है। इस फेस्ट का उद्देश्य एक समावेशी समाज का निर्माण करने के लिए सरकार, गैर-सरकारी और कॉर्पोरेट क्षेत्र को उनकी भूमिका के बारे में संवेदनशील बनाना और दिव्यांगजनों का सशक्तीकरण करने के प्रति एक समन्वित दृष्टिकोण का निर्माण करना है।