IPRCL Rajbhasha fortnight: हिन्दी में हो सरकारी कामकाज, चौंका देगी विश्व में हिंदी समझने वालों की संख्या

हिंदी सम्पूर्ण विश्व में लगभग 65 करोड़ व्यक्तियों की पहली भाषा (first language) और 50 करोड़ व्यक्तियों की दूसरी या तीसरी भाषा है। शेष विश्व में लगभग 20 करोड़ व्यक्तियों द्वारा चौथी, पांचवीं और विदेशी भाषा के रूप में हिंदी प्रयुक्त होती है। इस तरह सम्पूर्ण विश्व में 135 करोड़ लोग किसी-न-किसी रूप में हिंदी भाषा को बोल अथवा समझ लेते हैं।

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इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IPRCL) के मझगांव डॉक, मुंबई स्थित प्रधान कार्यालय में आयोजित राजभाषा पखवाड़ा (Rajbhasha fortnight) के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह की समारोह की अध्यक्षता करते इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता (Managing Director Anil Kumar Gupta) ने अपने सम्बोधन में कहा कि हिंदी (Hindi) को हमारे संविधान में राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, अत: हम सभी को अपना दैनिक सरकारी कामकाज अधिक से अधिक हिंदी में करने के प्रयास करने चाहिये, ताकि आईपीआरसीएल में राजभाषा हिंदी का प्रयोग उल्लेखनीय स्तर पर हो सके।

हिंदी को बढ़ावा देने हों निरंतर प्रयास
आईपीआरसीएल के मुख्य महाप्रबंधक (परिचालन एवं व्यापार विकास) और मुख्य राजभाषा अधिकारी राजकुमार लाल ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हमें अपने प्रयास निरंतर जारी रखने चाहिये और तकनीकी कार्यों में भी वांछनीय कार्य हिंदी में शुरू करने की दिशा में ठोस कदम उठाये जाने चाहिये।

65 करोड़ लोगों की पहली और 50 करोड़ लोगों की दूसरी भाषा है हिन्दी
विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्बोधित करते महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्यकारी सदस्य गजानन महतपुरकर (Gajanan Mahatpurkar) ने कहा कि जब हम हिंदी की विश्व व्याप्ति और वैश्विक भाषा के रूप में अद्यतन स्थिति पर विचार करते हैं, तो पाते हैं कि आज हिंदी सम्पूर्ण विश्व में सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। उन्होंने बताया कि हिंदी सम्पूर्ण विश्व में लगभग 65 करोड़ व्यक्तियों की पहली भाषा (first language) और 50 करोड़ व्यक्तियों की दूसरी या तीसरी भाषा है। शेष विश्व में लगभग 20 करोड़ व्यक्तियों द्वारा चौथी, पांचवीं और विदेशी भाषा के रूप में हिंदी प्रयुक्त होती है। इस तरह सम्पूर्ण विश्व में 135 करोड़ लोग किसी-न-किसी रूप में हिंदी भाषा को बोल अथवा समझ लेते हैं। अत: हिंदी का भविष्य निश्चित रूप से काफी उत्साहवर्धक है।

राजभाषा पखवाड़े में हुए विविध आयोजन
आईपीआरसीएल में 18 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2023 तक मनाये गये राजभाषा पखवाड़े (official language fortnight) के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें रचनात्मक लेखन, आशुभाषण, निबंध एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताऍं मुख्य रूप से शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं में विजयी रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गुप्ता और विशिष्ट अतिथि गजानन महतपुरकर के हाथों पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गये। आईपीआरसीएल के कम्पनी सचिव एवं उप मुख्य राजभाषा अधिकारी दलवीर सिंह ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। संचालन आईपीआरसीएल के राजभाषा प्रबंधक अनुराग शर्मा ने किया।

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