भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) तेजस एक्सप्रेस के लेट होने की वजह से यात्रियों को अब मुआवजा देगा। इसके लिए यात्रियों को लिंक भेजा जा रहा है।
लखनऊ के अमाैसी रेलवे स्टेशन पर 22 जुलाई रात ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन टूटने का असर 23 जुलाई सुबह तक ट्रेनों पर पड़ा। सुबह चार बजे जब ट्रेन संचालन बहाल हुआ तब तक 47 ट्रेनें प्रभावित हो चुकी थी। तेजस एक्सप्रेस भी तीन घंटे अमौसी में खड़ी रहने के बाद डीजल इंजन से लखनऊ जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन में 700 यात्री सफर कर रहे थे। आईआरसीटीसी के नियमानुसार अब प्रत्येक यात्री को 250 रुपये का हर्जाना देगा।
ट्रेन लेट होने पर मिलेगा हर्जाना
लखनऊ से नई दिल्ली के बीच आवागमन करने वाली तेजस एक्सप्रेस देश की पहली काॅरपोरेट ट्रेन है। आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस के लेट होने पर हर्जाना देने का नियम बनाया है। यदि ट्रेन एक घंटे लेट हो जाती है तो प्रति यात्री 100 रुपये का हर्जाना दिया जाता है। ट्रेन के दो घंटे से अधिक लेट होती है तो प्रत्येक यात्री को 250 रुपये का हर्जाना देना पड़ता है। इसके अलावा आईआरसीटीसी यात्रियों के सामान का भी इंश्योरेंस कवर करता है। ट्रेन में सफर करते समय यात्री का सामान चोरी हो जाए तो उसका हर्जाना भी आईआरसीटीसी देता है।
यात्रियों को हर्जाना देने के लिए भेजा लिंक
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा का कहना है कि तेजस एक्सप्रेस के लेट होने से यात्रियों को हर्जाना देने के लिए लिंक भेजा जा रहा है। उनके अप्लाई करते ही जिस क्रेडिट व डेबिट कार्ड से उन्होंने टिकट बनाया है, उसमें हर्जाना पहुंच जाएगा।