कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान के लिए 16 जनवरी 2022 महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन इस अभियान का एक साल पूरा हो गया है। इस दौरान 157 करोड़ से अधिक लोगो का टीकाकरण किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस अवसर पर टीकाकरण अभियान को विश्व का सबसे सफल अभियान बताया है। उन्होंने इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए उनकी सरहाना की है। इसके साथ ही डॉ. मांडविया ने इसके लिए देशावियों को भी शुभकामनाएं दी हैं।
आज विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को 1 वर्ष पूर्ण हो गया है।
PM @NarendraModi जी के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान 'सबके प्रयास' के साथ आज दुनिया का सबसे सफल टीकाकरण अभियान है।
मैं सभी स्वास्थ्य कर्मियों, वैज्ञानिकों व देशवासियों को बधाई देता हूँ। #1YearOfVaccineDrive pic.twitter.com/IvoX3Z9Nso
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 16, 2022
16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया अभियान
पिछले दो साल से अधिक समय से दुनिया में कोरोना का प्रकोप जारी है। इस पर काबू पाने के लिए देशभर में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चल रहा है। भारत में 16 जनवरी 2021 से कोरोना महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण शुरू किया गया था। इसलिए भारतीय नागरिकों के लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन देश में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू होने के बाद से पूरे भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो गया था। देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 157 करोड़ डोज दी जा चुकी है।
33 प्रतिशत आबादी बाकी
दो साल पहले जब कोरोना महामारी शुरू हुई थी, तब 138 करोड़ लोगों का टीकाकरण आसान नहीं था। अब जैसे-जैसे कोरोना की तीसरी लहर फैल रही है, इस गंभीर बीमारी को रोकने में कोरोना टीकाकरण अभियान बड़ी भूमिका निभा रहा है। अब तक 87 करोड़ नागरिकों को वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है। यानी कुल आबादी के 92 प्रतिशत लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है। लगभग 65 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी है। यानी करीब 69 प्रतिशत नागरिकों को टीके की दोनों खुराक मिल चुकी है और देश की 33 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण अभी बाकी है।
अब तक 1.25 करोड़ बच्चों का टीकाकरण
15 से 18 वर्ष की आयु के 5 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण होना है। कुछ दिनों पहले ही किशोरों का टीकाकरण शुरू हुआ है। अब तक 1.25 करोड़ बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनको अभी तक दूसरी डोज नहीं दी गई है। इस बीच हाल ही में बूस्टर डोज शुरू की गई है। करीब तीन करोड़ लोगों को बूस्टर डोज दी जानी है, जिसमें से 38 लाख लोगों यह डोज दी जा चुकी है।