धर्मनगरी हरिद्वार में आये कांवड़ यात्रियों का आंकड़ा करीब पौने दो करोड़ को पार कर चुका है। हर तरफ डाक कांवड़ के वाहनों की कतारें हैं। 26 जुलाई तक डाक के बड़े वाहन और बाइकर्स कांवड़ यात्री हर तरफ नजर आएंगे।
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में 23 जुलाई से डाक कांवड़ यात्रियों का हुजूम उमड़ गया है। दिल्ली हाईवे पर डाक कांवड़ का सबसे अधिक दबाव है। जैसे-जैसे डाक कांवड़ की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे जगह कम पड़ती नजर आ रही है।
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लगातार बढ़ रही है श्रद्धालुओं की संख्या
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में जिले भर की पुलिस चप्पे-चप्पे पर व्यवस्था को सुचारु बनाने में जुटी है। आने वाले दो दिन में दो करोड़ से अधिक कांवड़ यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक 2 करोड़ 28 लाख 70 हजार कांवड़ यात्री रवाना हो चुके हैं। रुड़की शहर में अब कांवड़ पटरी पर यात्रियों की संख्या कम होने लगी है। हरिद्वार बाईपास मार्ग पर लगातार यात्रियों की बढ़ती संख्या से स्थानीय निवासियों को आवागमन में परेशानी हो रही
बाईपास मार्ग पर भी बढ़ी भक्तों की संख्या
23 जुलाई रात से बाईपास पर डाक कांवड़ यात्रियों की संख्या भी बढ़ गई है। इस बार प्रशासन ने तय किया था कि कांवड़ यात्री कांवड़ पटरी से होकर ही जाएंगे। बड़ी कांवड़ एवं डाक कांवड़ को ही राजमार्ग के बाइपास से होकर निकाला जाएगा। लेकिन, पहले ही चरण में पैदल कांवड़ यात्री बाईपास मार्ग से चलना शुरू हो गए। रुड़की में कांवड़ पटरी पर कम संख्या में ही कांवड़ यात्री पहुंचे। दिल्ली व अन्य राज्यों से डाक कांवड़ यात्रियों के वाहन हरिद्वार की ओर कूच कर रहे हैं। इन वाहनों को वाया लक्सर होकर भेजा जा रहा है। पहली बार ऐसा हो रहा है जब डाक कांवड़ रुड़की शहर से बेहद कम संख्या में होकर गुजरेगी। ये कहा जा सकता है कि परीक्षा अभी बाकी है। तीर्थनगरी कांवड़ियों से पूरी तरह से पैक हो चुकी है। जिधर भी नजर दौड़ाओ उधर भगवा ही भगवा नजर आ रहा है।