राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे एक बार फिर मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। करुणा शर्मा नामक महिला ने उनके खिलाफ मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और राज्य के पुलिस महानिदेशक विश्वास नागरे पाटील से लिखित शिकायत की है।
करुणा शर्मा के गंभीर आरोप
करुणा शर्मा ने लिखित शिकायत में धनंजय मुंडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि मुंडे ने उनके दोनों बच्चों को पिछले तीन महीने से चित्रकूट बंगले पर बंद करके रखा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरे बच्चे वहां सुरक्षित नहीं हैं। मुझे अपने बच्चों से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। शिकायती पत्र में करुणा शर्मा ने लिखा है कि उनकी बेटी 14 वर्ष की है और वहां कोई भी महिला नहीं रहती। इसके साथ ही धनंजय मुंडे पर शराब पीने और कई महिलाओं से संबंध होने का भी आरोप उन्होंने लगाया है।
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करुणा शर्मा की मांग
करुणा शर्मा ने अपने दोनों बच्चों को असुरक्षित बताते हुए उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र में देने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि मुंडे के विधानसभा की सदस्यता रद्द की जाए और उन पर भविष्य में कोई भी चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई । उन्होंने कहा है कि अगर इस मामले में पुलिस ने उनका सहयोग नहीं किया तो वो 20 फरवरी से अनशन पर बैठेंगी। उन्होंने चित्रकूट बंगले के बाहर, मंत्रालय के सामने या आजाद मैदान में अनशन करने के लिए पुलिस से परमिशन देने की मांग की है।
धनंजय मुंडे का पक्ष
बता दें कि धनंजय मुंडे ने करुणा शर्मा से विवाहेतर संबंध होने की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी की रजामंदी से करुणा शर्मा से उनके विवाहेतर संबंध हैं और उनके दो बच्चे हैं, जिन्हें उन्होंने अपना नाम दिया है। करुणा शर्मा से अपने विवादों के बारे में उन्होंने आगे बताया कि, इस विषय में मैंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। न्यायालय ने करुणा शर्मा को इंजक्शन ऑर्डर भी दिया है। इसके बाद इस विवाद को हल करने के लिए दोनों ने सहमति से मध्यस्त नियुक्ति की मांग की थी। न्यायालय ने मद्रास उच्च न्यायालय की सेवा निवृत्त मुख्य न्यायाधीश श्रीमती ताहिलरामानी की नियुक्ति की है।