हिंदू विरोध को लेकर केरल का पुराना इतिहास रहा है। अब इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की युवा शाखा ने रैली निकालकर हिंदुओं को जिंदा जलाने और मंदिरों में फांसी पर लटकाने के नारे लगाए हैं। केरल की मुस्लिम लीग कांग्रेस की सहयोगी है।
हिंदू विरोध को लेकर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का नया जहर मणिपुर की घटना के विरोध में कासरगोड में निकाली गई रैली में सामने आया है। जहां युवा शाखा का कार्यकर्ताओं ने मलयालम भाषा में नारे लगाए हैं, जिसमें हिंदुओं को लेकर कहा गया है कि, हम तुम्हें फांसी पर लटका देंगे, जिंदा जला देंगे। केरल पुलिस ने इस संदर्भ में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के 300 प्रदर्शनकारियों पर प्रकरण दर्ज किया है।
केरल में हिंदू विरोध का इतिहास
केरल में हिंदू विरोध का पुराना इतिहास रहा है। वर्ष 1921 में मोपला ब्रदर्स ने बड़ा नरसंहार किया था। जबकि, पिछले वर्ष पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने केरल के अलापुजा में हिंदू और ईसाइयों के विरुद्ध इसी प्रकार का प्रदर्शन किया था, जिसमें भड़काने वाले नारे लगाए थे।
“हिंदुओं को मंदिरों के सामने फाँसी पर लटकाएँगे और जिंदा जलाएँगे ! “ की धमकी . यह धमकी दी है राहुल गांधी द्वारा गठित राजनीतिक अलायंस I.N.D.I.A. के पार्टनर मुस्लिम लीग (IUML) ने.
केरल के कासरगोड में मुस्लिम लीग के यूथ विंग के कार्यकर्ताओं ने हिंदू द्रोही नारे लगाते हुए मोर्चा… pic.twitter.com/3OXGmXxmJx
— Prem Shukla -प्रेम शुक्ल (@PremShuklaBJP) July 26, 2023
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का इतिहास
भारत का मजहबी बँटवारा करवाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भंग कर दी गई थी। उसी काल में जिन्ना की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मुस्लिम लीग में मद्रास प्रेसिडेंसी के अध्यक्ष रह चुके मोहम्मद इस्माइल ने 1948 में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का गठन भारत में किया। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और कांग्रेस युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के सदस्य हैं।
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राहुल गांधी ने दिया है सेक्युलर सर्टिफिकेट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपपनी अमेरिका यात्रा में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को सेक्युलर कहा था। जिसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया था। राहुल गांधी से आईयूएमएल के विषय में एक प्रश्न पूछा गया था, जिसके उत्तर में राहुल गांधी ने कहा था कि, मुस्लिम लीग सेक्युलर पार्टी है, उसमें नॉन सेक्युलर जैसा कुछ भी नहीं है।