गेम चेंजर बजट (Game Changer Budget) का अर्थ ऐसा बजट (Budget) है जो किसी देश, राज्य या संगठन की आर्थिक (Economic) और सामाजिक (Social) स्थिति में क्रांतिकारी परिवर्तन (Revolutionary Change) लाने की क्षमता रखता है। यह बजट नई नीतियों, बड़े सुधारों या महत्वपूर्ण निवेशों के माध्यम से दीर्घकालिक प्रभाव डालने का प्रयास करता है। इसे “टर्निंग पॉइंट” या “बदलाव लाने वाला बजट” भी कहा जा सकता है।
गेम चेंजर बजट की विशेषताएँ
1 – संरचनात्मक सुधार
कर प्रणाली में बदलाव, व्यापार को सरल बनाना, या नियामकीय बाधाओं को हटाना।
उदाहरण: वस्तु एवं सेवा कर लागू करना।
2 – बड़े पैमाने पर निवेश
बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, और तकनीक में उच्च निवेश।
उदाहरण: भारत में प्रधानमंत्री आवास योजना और मेक इन इंडिया अभियान।
3 – समाज कल्याण योजनाएँ
गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन और महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाएँ।
उदाहरण: मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम)।
4 – तकनीकी और नवाचार पर जोर
डिजिटलाइजेशन, हरित ऊर्जा (Green Energy), और अनुसंधान एवं विकास (R&D) में निवेश।
उदाहरण: डिजिटल इंडिया और सौर ऊर्जा परियोजनाएँ।
5 – निजी निवेश को प्रोत्साहन
निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने और सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) को मजबूत करना।
ऐतिहासिक उदाहरण
1 – भारत का 1991 का बजट
तत्कालीन वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह द्वारा पेश किया गया बजट, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण (LPG) के युग में प्रवेश कराया।
2 – 2021-22 का यूनियन बजट
कोविड-19 महामारी के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र, आत्मनिर्भर भारत, और बुनियादी ढांचे पर जोर।
3 – ग्रीन एनर्जी बजट (यूरोपीय संघ, 2020)
2050 तक शून्य-उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हरित ऊर्जा और पर्यावरणीय नीतियों पर बड़ा निवेश।
निष्कर्ष
गेम चेंजर बजट केवल अल्पकालिक लाभ नहीं देते बल्कि दीर्घकालिक विकास और स्थिरता का आधार बनते हैं। अगर आप किसी खास देश, राज्य, या क्षेत्र से संबंधित बजट पर चर्चा करना चाहते हैं, तो मुझे बताएं।
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