भारत के स्वदेशी कोरोना टीका कोवैक्सीन के निर्माता और भारत बायोटेक कंपनी के सीएमडी कृष्णा एल्ला ने विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष की ओर से इस वैक्सीन पर तरह-तरह की शंकाएं व्यक्त की गईं। इस कारण भारत के साथ ही विदेशों में भी इस वैक्सीन को लेकर गलतफहमियां पैदा हुईं और डब्ल्यूएचओ की ओर से इसे मंजूरी मिलने में विलंब हुआ। भारत बायोटेक के सीएमडी ने कहा कि इस वैक्सीन को लेकर नकारात्मक अभियान चलाया गया।
कृष्णा एल्ला ने एक टीवी चैनल को दिए साझात्कार में विपक्ष पर भड़कते हुए कहा कि हद तो तब हो गई कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोवैक्सीन ली, तब भी विपक्ष इसके खिलाफ दुष्प्रचार करता रहा।
विपक्ष पर भड़के कोवैक्सीन निर्माता
बायोटेक के सीएमडी ने विपक्ष को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि कुछ लोग इसे बीजेपी वैक्सीन कहकर प्रचारित करने लगे। होना तो यह चाहिए था कि इस स्वदेशी वैक्सीन पर सबको गर्व प्रकट करते हुए इसके लिए सरकार और भारत बायोटेक को बधाई देनी चाहिए थी। आत्मनिर्भर भारत के मंत्र के तहत भारतीय विज्ञान की प्रशंशा की जानी चाहिए थी। लेकिन विपक्ष ने राजनीति करते हुए इस वैक्सीन को लेकर खूब दुष्प्रचार किया।
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पीएम ने ली थी कोवैक्सीन
बता दें कि कोवैक्सीन को लेकर शुरुआत में काफी शंकाएं व्यक्त की गई थीं और तरह-तरह की बातें कही गई थीं। इस कारण लोगों में इस टीका को लगवाने में हिचक थी। हालांकि लोगों की शंकाओं को दूर करने के लिए पीएम ने खुद कोवैक्सीन का टीका लगवाया।
छह महीने में तैयार होगी बूस्टर डोज
भारत बायोटेक के सीएमडी ने अब कोवैक्सीन की बूस्टर डोज तैयार करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अगले छह महीने में यह डोज तैयार कर ली जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान फिलहाल सभी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज देने पर केंद्रित है।