हिमाचल प्रदेश में 1785 प्राइमरी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 10 या 10 से कम है। प्रदेश के सभी 12 जिलों में ऐसे स्कूलों की भरमार हैं, जिनमें प्राइमरी स्कूलों में 10 से भी कम बच्चे पढ़ रहे हैं। ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला के सवाल के लिखित जवाब में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि शिमला जिला में सबसे ज्यादा 411 और उना में सबसे कम 29 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं, जिनमें विद्यार्थियों की संख्या 10 से कम है। बिलासपुर जिला में ये आंकड़ा 87, चंबा में 131, हमीरपुर में 74, कांगड़ा में 280, किन्नौर में 39, कुल्लू में 101, लाहौल-स्पीति में 98, मंडी में 322, सिरमौर में 97 और सोलन में 116 है।
गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के कांगड़ा स्थित एकमात्र प्राइमरी स्कूल में अध्यापकों की संख्या स्वीकृत पदों से अधिक है। उन्होंने बताया कि प्राइमरी स्कूलों के 19 अध्यापकों को वेतन किसी दूसरे विद्यालय से मिल रहा है, जबकि वे किसी अन्य विद्यालय में कार्यरत हैं। इन अध्यापकों की संख्या शिमला जिला में 13, कुल्लू जिला में चार और किन्नौर में दो है।
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लैपटॉप वितरित करने की योजना
जुब्बल कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर के सवाल के लिखित जवाब में गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित करने की योजना शैक्षणिक सत्र 2011-12 से शुरू की गई। इस योजना से अब तक 76350 पात्र विद्यार्थियों को लाभ मिल चुका है। शैक्षणिक सत्र 2018-19 व 2019-20 के शेष 424 पात्र विद्यार्थियों को लैपटॉप लेने के लिए अवगत करवा दिया गया है और जैसे ही विद्यार्थी आएंगे उन्हें लैपटॉप वितरित कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए लगभग 10 हजार मेधावी विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन वितरित करने की प्रक्रिया जारी है।