अरुणाचल प्रदेश की सुरम्य पहाड़ियों से भगवान परशुराम का फरसा पड़ोसी देश चीन को सीमा पर ललकारता नजर आने वाला है। अगले वर्ष 2024 जनवरी तक अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के साथ अरुणाचल में बन रहा परशुराम तीर्थ क्षेत्र भी आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुल जाएगा। इस कॉरिडोर में विप्र फाउंडेशन द्वारा स्थापित की जा रही भगवान परशुराम की 54 फीट की आदमकद प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रहेगी।
विप्र फाउंडेशन की ओर से की गई शास्त्र व शस्त्र की पूजा
श्रीपरशुराम की इस आदमकद प्रतिमा का 26 सितंबर को राजस्थान की सीमा से सटे हरियाणा के बिलासपुर में विप्र फाउंडेशन की ओर से शास्त्र व शस्त्र पूजन किया गया। शास्त्र पूजन ब्राह्मण समाज के सुभाष चंद्र भारद्वाज ने तथा शस्त्र पूजन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। 36 टन वजनी पंचधातु की बनी इस मूर्ति को परशुराम कुंड में स्थापित किया जाएगा। कार्यक्रम समन्वयक परमेश्वर शर्मा ने बताया कि विप्र फाउंडेशन के इस अनुष्ठान में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, सांसद रामचरण बोहरा, हरियाणा के केबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, स्थानीय विधायक सत्यप्रकाश जी, विधायक अभिनेष महर्षि, पूर्व विधायक शंकर लाल शर्मा व रतन लाल जलाधारी, पूर्व आईएएस गजानंद शर्मा, विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार मातुराम वर्मा, उद्योगपति अनिल शर्मा, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम गुरुजी,समन्वयक श्रीकृष्ण जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एस एन श्रीमाली, भुवनेश शर्मा चच्चू भैया, राष्ट्रीय महामंत्री सीए सुनील शर्मा, आईएसपीएसी की राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर हर्षा त्रिवेदी, विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा, उमेश तिवाड़ी,नवीन जोशी, प्रमोद पालीवाल, हरियाणा के जोन अध्यक्ष कुलदीप वशिष्ट, राजस्थान के जोन अध्यक्ष राजेश कर्नल, के के शर्मा, भंवर पुरोहित, वेद प्रकाश उपाध्याय, कृष्ण चंद्र चतुर्वेदी,अशोक राजपुरोहित टाइगर, युवा के इंदू शेखर , मनोज पांडे, नरेंद्र पालीवाल, महिला प्रकोष्ठ से भारती शर्मा सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
आईएसपीएसी की राष्ट्रीय संयोजक डॉ हर्षा त्रिवेदी ने बताया कि विप्र फाउंडेशन की ओर से स्थापित की जा रही प्रतिमा के भूमि पूजन में देश के गृहमंत्री अमित शाह परशुराम कुंड पहुंचे थे। लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समय और तिथि तय करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
केंद्र और राज्य सरकार ने किया मिलकर निर्माण
परशुराम तीर्थ का विकास केंद्र और अरुणाचल सरकार मिलकर कर रहे हैं, जबकि पंचधातु की इस मूर्ति की प्रतिष्ठा विप्र फाउंडेशन करवा रहा है।विप्र फाउंडेशन परशुराम कुंड पर एक विश्रांति गृह का भी निर्माण करवा रहा हैं ताकि वहां जाने वाले यात्री ठहर सके। विप्र फाउंडेशन ने परशुराम कुंड तीर्थ से जन-जन को अवगत करवाने के लिए कांचीपुरम से जयपुर तक 13000 किलोमीटर की आमंत्रण रथ यात्रा भी निकाली थी।
राजस्थान-हरियाणा के ब्राह्मणों का सबसे बड़ा संगठन
खास बात यह है कि विप्र फाउंडेशन दुनियां भर में बसे प्रमुख रूप से राजस्थान-हरियाणा के ब्राह्मणों का सबसे बड़ा संगठन हैं और मूर्ति शिल्पकार नरेश कुमावत भी राजस्थान के पिलानी से हैं और इनका मातुराम आर्ट सेंटर हरियाणा में स्थित है। विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार मातुराम नरेश कुमावत अब तक देश-विदेश में अनेक मूर्तियां स्थापित कर चुके हैं। नवनिर्मित संसद भवन में भी उनकी बनाई अनेक कलाकृतियां स्थापित की गई है। आज संपन्न शास्त्र और शस्त्र पूजन समारोह में बड़ी संख्या में समाज बंधु पधारे। विप्र फाउंडेशन के इस कार्यक्रम का संयोजन इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर परशुराम कॉन्शसनेस ने किया।