वर्ष 2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण शनिवार (28 अक्टूबर) को मध्य रात्रि के उपरांत लगेगा। भारत में यह मध्य रात्रि के बाद 01 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। 28 अक्टूबर को आश्विन माह की पूर्णिमा है। आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस चंद्र ग्रहण को भारत में देखा जा सकेगा, जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य होगा।
एक घंटा 19 मिनट रहेगी ग्रहण
मुरादाबाद स्थित सुगम ज्योतिष केंद्र के संचालक एवं शिव शक्ति मंदिर रामगंगा विहार के पुरोहित पंडित हेमंत भट्ट ने बताया कि 28 अक्टूबर को मध्य रात्रि उपरांत 01 बजकर 05 मिनट से 02 बजकर 24 मिनट तक खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। इस ग्रहण की अवधि एक घंटा 19 मिनट रहेगी। खंडग्रास चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व शनिवार शाम 04 बजकर 05 मिनट से सूतक लग जाएंगे। सूतक की शुरुआत होते ही मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे।
इन देशों में देखा जा सकेगा ग्रहण
पंडित हेमंत भट्ट ने बताया कि इस ग्रहण में चंद्रमा की दक्षिण कोर मामूली रूप से ग्रसित होगी। इस ग्रहण को भारत के साथ-साथ श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान, चीन, मंगोलिया, कजाकिस्तान, रूस, ईरान, इराक, सऊदी, अरब सूडान, तुर्किये, नाइजीरिया, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, जर्मन, पोलैंड, यूक्रेन, फ्रांस, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, नॉर्वे, स्वीडन, समेत पूरा यूरोप, थाईलैंड, मलेशिया, फिलिपींस, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कोरिया तथा ब्राजील के पूर्वी भाग आदि से भी देखा जा सकेगा।