फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के विवादास्पद ट्विटर पोस्ट ने सोशल मीडिया पर काफी विवाद पैदा कर दिया है। लीना ने डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ का पोस्टर ट्विटर पर शेयर किया है। इस पोस्टर में कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया गया है। इसलिए सोशल मीडिया पर लीना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। देवी काली पर पोस्टर से शुरू हुए विवाद के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। मोदी ने कहा, “मां काली पूरे भारत की भक्ति का केंद्र हैं और उनका आशीर्वाद देश पर हमेशा बना रहे।”
स्वामी आत्मस्थानंदजी की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ” हमारे देश में संन्यासियों की लंबी परंपरा रही है। यज्ञ कई प्रकार के होते हैं। संन्यास का अर्थ है, समूह के लिए जीना, अपने लिए नहीं, समूह के लिए काम करना।” मोदी ने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद ने महान संत परंपरा को आधुनिक रूप को मूर्त रूप दिया। स्वामी आत्मस्थानानन्द जी ने भी संन्यास के इस रूप को जीवित कर अनुभव किया था। हमारे संतों ने हमें दिखाया है कि जब हमारे विचार व्यापक होते हैं तो हम अपने प्रयासों में कभी अकेले नहीं पड़ते।”
“स्वामी रामकृष्ण परमहंस एक संत थे जिन्होंने मां काली का साक्षात्कार लिया, जिन्होंने अपना पूरा जीवन मां काली के चरणों में समर्पित कर दिया। रामकृष्ण परमहंस कहते थे कि यह सारा संसार, यह परिवर्तनशील और स्थिर, सब कुछ माता की चेतना से व्याप्त है। यह जागरूकता बंगाल की काली पूजा में देखने को मिलती है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मां काली की असीम कृपा भारत पर हमेशा बनी रहती है।
Prime Minister Narendra Modi speaks reverentially about Maa Kaali being the center of devotion, not just for Bengal but whole of India. On the other hand, a TMC MP insults Maa Kaali and Mamata Banerjee instead of acting against her, defends her obnoxious portrayal of Maa Kaali… pic.twitter.com/6O4vYGkasi
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 10, 2022
ममता पर निशाना
काली मां को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद बीजेपी के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया और ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा,” मां काली के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने भक्ति भाव से बात की। वे न केवल बंगाल के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए आस्था का केंद्र हैं। वहीं टीएमसी सांसद ने मां काली का अपमान किया और ममता बनर्जी उस सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय मां काली को लेकर दिए निंदनीय बयान का बचाव कर रही हैं।”