Maha Kumbh: त्रिवेणी के संगम से बाबा रामदेव और योगी आदित्यनाथ ने विश्व को दिया ये संदेश

27 जनवरी को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्रयागराज पहुंचकर संतों एवं अन्य गणमान्यजनों के साथ संगम में पवित्र डुबकी लगाई। गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्नान किया। इसी बीच सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह योग गुरु बाबा रामदेव के साथ नजर आ रहे हैं।

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Maha Kumbh: संगम की पवित्र भूमि पर चल रहे विश्व के सबसे बड़े मेले मुहाकुम्भ से देश-दुनिया को धर्म, अध्यात्म, समाज और आम जीवन से जुड़े तमाम गंभीर और अहम विषयों से जुड़े विश्व भर में प्रसारित हो रहे हैं। महाकुम्भ में योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और अन्य देसी चिकित्सा पद्धतियों के उपचार, अभ्यास और जानकारी बढ़ाने वाले शिविर लगे हैं। इन सबके बीच 27 जनवरी काे योग का संदेश योग गुरु रामदेव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के माध्यम से देश-दुनिया को गया है।

27 जनवरी को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्रयागराज पहुंचकर संतों एवं अन्य गणमान्यजनों के साथ संगम में पवित्र डुबकी लगाई। गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्नान किया। इसी बीच सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह योग गुरु बाबा रामदेव के साथ नजर आ रहे हैं। 10 सेकेंड के इस वीडियो में बाबा रामदेव और योगी आदित्यनाथ एक साथ योगासन करते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान दोनों ही बेहद मजेदार अंदाज में एक दूसरे को कॉम्पिटिशन देते हुए नजर आ रहे हैं। योग गुरु रामदेव और योगी आदित्याथ ने संगम की प्रवित्र भूमि से योग मुद्रा बनाकर देश-दुनिया को संदेश देने का काम किया।

योग क्या है?
योग हमारे भारत की पहचान है। जो कई सदियों से भारत में किया जाता रहा है। योग प्राचीन भारतीय ऋषिमुनियों और तत्त्ववेत्ताओं द्वारा प्रतिपादित एक विशिष्ट आध्यात्मिक प्रक्रिया है। पतंजलि ने ’चित्त की वृत्तियों के निरोध’ को योग कहा है। व्यास ने समाधि को ही योग माना है। योगवासिष्ठ के अनुसार योग वह युक्ति है जिसके द्वारा संसार सागर से पार जाया जा सकता है।

योग की बात बाबा रामदेव के बिना अधूरी
भारत में योग की बात बाबा रामदेव के बिना अधूरी है। रामदेव ने योग को पुनर्जीवित करने के लिए व्यापक स्तर पर काम किया है। योग और योगासन से जुड़ी बारिकियों को जन जन तक पहुंचाने में रामदेव ने उल्लेखनीय प्रयास किए। उन्होंने भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अलग अलग हिस्सों में योग पहुंचाया। अपने कैंपों के जरिए असाध्य रोगों से बचने के लिए योग के अचूक गुण बताए। बाबा रामदेवने पतंजलि संस्थान की स्थापना की। साथ ही हरिद्वार में उन्होंने योग से चिकित्सा भी शुरू की ।

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21 जून को मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
योग को विश्व स्तरीय पहचान दिलाने के लिए भारत की पहल उल्लेखनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों ने योग को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया। भारत के प्रस्ताव कि योग से किस तरह से अपने शरीर को ऊर्जावान व स्वस्थय रखा जा सकता है। इसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी माना। योग को लेकर यूएन में मोदी के प्रस्ताव का 117 देशों ने समर्थन किया। भारत की ही पहल के बाद योग को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिला और इसे पूरी दुनिया ने इसे ना सिर्फ अपनाया है बल्कि निरंतर योग को कर लोग निरोग भी हो रहे है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को देश विदेश के लोग इसे किसी पर्व की तरह मना रहे है।

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