महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को एक लेटर बम के कारण पद छोड़ना पड़ा था। उसके बाद महाराष्ट्र में जारी हलचल अभी तक जारी है। इस मामल में आरोप लगाया गया था कि मुंबई पुलिस के गिरफ्तार सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को मुंबई के बारों, होटलों और मॉल्स तथा अन्य संस्थानों से 100 करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट दिया गया है। अब मुंबई से सटे ठाणे शहर में उसी तरह की वसूली का मामला उजागर हुआ है।
किसके लिए की जा रही थी वसूली?
एक न्यूज चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि कोरोना के मद्देनजर पाबंदियों के बावजूद ठाणे में डांस बार सुबह 5 बजे तक पूरे शबाब पर था। आरोप है कि बदले में पुलिस को मोटी रकम भेजी जाती थी। इसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या ठाणे में पुलिस की वसूली अभी भी जारी है? और अगर वसूली की जा रही है तो किसके लिए की जा रही है ?
गृह मंत्री ने दिए कार्रवाई के आदेश
ठाणे के नौपाड़ा और वर्तक नगर थाना क्षेत्र में देर रात तक डांस बार चलने का खुलासा होने के बाद गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए ठाणे के पुलिस आयुक्त को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। इस बीच, ठाणे के पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह ने नौपाड़ा थाने के वरिष्ठ निरीक्षक अनिल मंगले और वर्तक नगर थाने के वरिष्ठ निरीक्षक संजय गायकवाड़ को निलंबित कर दिया है। साथ ही सहायक पुलिस आयुक्त नीता पाडवी और पंकज शिरसाठ को नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया है।
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सक्रिय हुई पुलिस
इस कार्रवाई के बाद ठाणे पुलिस आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों में हड़कंप मच गया है। उन्होंने तुरंत अपने थाने की सीमा के भीतर के सभी बारों को बंद करने का निर्देश दिया है। ठाणे, डोंबिवली, मानपाड़ा, बदलापुर, अंबरनाथ, कल्याण आदि में बार, ऑर्केस्ट्रा बार, डांस बार के मालिकों को बार बंद करने के सख्त आदेश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही रात में पुलिस ने पट्रोलिंग भी तेज कर दी है।