महाराष्ट्र में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कक्षा 10 वीं और 12 वीं के लिए राज्य बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी गई है। कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं मई के अंत में आयोजित की जाएगी, जबकि 10 वीं कक्षा की परीक्षाएं जून में होंगी। इसके लिए नए सिरे से तारीखों की घोषणा की जाएगी।
शिक्षा मंत्री वर्षा गायवाड ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उस स्थिति में 10वीं और 12वीं की परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है।
📢 Imp Announcement: Given the current #COVID-19 situation in Maharashtra, we’ve postponed state board exams for class 10th & 12th. The present circumstances are not conducive for holding exams. Your health is our priority. #PariskhaPeCharcha #HSC #SSC #exams (1/5) pic.twitter.com/cjeRZAT7ux
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) April 12, 2021
पहले से ही था असमंजस
बता दें कि राज्य में दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के लेकर पेंच कायम था। कोविड 19 के संक्रमण को लेकर सरकार इन दोनों ही वर्गों के छात्रों की परीक्षा वर्तमान स्थिति में कराने की इच्छुक नहीं थी। आखिरकार 12 अप्रैल को प्रदेश की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने इसे स्थगित करने की आधिकारिक घोषणा कर दी। उन्होंने बताया कि कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं मई के अंत तक आयोजित की जाएंगी, जबकि 10 वीं कक्षा की परीक्षाएं जून में होंगी। इसके लिए नए सिरे से तारीखों की घोषणा की जाएगी।
रोहित पवार ने दी थी सलाह
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक रोहित पवार ने जून में परीक्षा लेने की राय दी थी। उन्होंने कहा था कि ऑफलाइन पद्धति से परीक्षा लेना ही उचित है। इससे छात्रों की गुणवत्ता पर कोई प्रश्न चिन्ह नहीं खड़ा होगा। लेकिन इसके लिए छात्रों को परीक्षा भवन तक जाना होगा। इसके लिए छात्रों को उनके स्कूल में ही केंद्र दिया जाए, जिससे उन्हें अन्य स्कूलों में नहीं जाना पड़ेगा।
परीक्षा के पहले टीकाकरण
जून में परीक्षा के पहले छात्रों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए केंद्र सरकार से चर्चा की जानी चाहिए। परीक्षा के परिणामों को तय समय में जारी करने के लिए अभी से ही तैयारी करनी होगी।
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भाजपा ने भी दी थी टालने की सलाह
भारतीय जनता पार्टी भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा टालने के पक्ष में थी। विधायक आशीष शेलार ने कहा था कि कोविड 19 के संक्रमण को नियंत्रण में लाने के बाद ही परीक्षा का आयोजन किया जाना चाहिए। इस विषय में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने आशीष शेलार से भ्रमणध्वनि पर चर्चा की थी। शेलार ने कहा था कि, वर्तमान की भयावह परिस्थिति को देखते हुए छात्रों की सुरक्षा आवश्यक है।