महाराष्ट्र के ठाणे में कोरोना टीकाकरण को लेकर अब तक कई लापरवाहियां उजागर हो चुकी हैं। मामला चाहे सेलेब्रिटीज के अवैध टीकाकरण का हो या फिर एक ही महिला को तीन बार टीका लगाने का, यहां एक के बाद एक चौंकाने वाली कई लापरवाही सामने आती रही है। इसी क्रम में अब कोरोना टीका लगवाने आए एक व्यक्ति को रेबीज का इंजेक्शन लगाए जाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है।
कलवा के पूर्वी हिस्से में टीकाकरण केंद्र पर एक व्यक्ति को कोरोना का टीका लगाने के बजाय रेबीज का टीका लगा दिया गया। महानगरपालिका प्रशासन ने कहा है कि टीका लगाए गए व्यक्ति का स्वास्थ्य स्थिर है। फिलहाल इस मामले के सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। महापौर नरेश म्हस्के ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आपातकालीन बैठक बुलाई और टीकाकरण केंद्र की महिला डॉक्टर और नर्स को निलंबित कर दिया।
कुल 54 टीकाकरण केंद्र
बता दें कि ठाणे मनपा का टीकाकरण अभियान शुरू से ही विवादों में रहा है और स्वास्थ्य विभाग की एक के बाद एक गंभीर चूक के कारण इसकी कई बार आलोचना हो चुकी है। यहां लगभग 54 टीकाकरण केंद्र शुरू किए हैं। इनमें मनपा के स्वास्थ्य केंद्र भी शामिल हैं।
केंद्र पर अन्य बीमारियों का भी होता है उपचार
कलवा के पूर्वी भाग में अतिकोनेश्वर नगर क्षेत्र में ठाणे मनपा का एक स्कूल है। इस स्कूल के नीचे एक स्वास्थ्य केंद्र है। 27 सितंबर को राजकुमार यादव नामक एक व्यक्ति को कोरोना का टीका लगाने के बजाय रेबीज के इंजेक्शन लगाने का मामला सामने आया। इसका कारण यह भी है कि इस स्वास्थ्य केंद्र पर अन्य बीमारियों का भी इलाज किया जाता है। इसलिए यहां कोरोना के साथ-साथ रेबीज का टीका भी उपलब्ध रहता है। प्रशासन ने माना है कि जो व्यक्ति कोरोना की वैक्सीन लेने आया था, उसे रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया है।
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पहले भी उाजगर हुई है लापरवाही
इससे पहले, यहां का स्वास्थ्य विभाग मशहूर हस्तियों के अवैध टीकाकरण के मुद्दे से अच्छी तरह वाकिफ था। इस मामले को विपक्ष ने भी जोरशोर से उठाया था। इसके बावजूद यहां एक महिला को तीन बार कोरोना का टीका लगाने का मामला सामने आया था। इसी तरह एक वरिष्ठ नागरिक टीकाकरण केंद्र में पूछताछ के लिए आया था और उसे कोरोना का दूसरा टीका लगा दिया गया था। अब एक बार फिर कोरोना के टीका के बजाय रेबीज के इंजेक्शन दिए जाने की घोर लापरवाही सामने आने से हड़कंप मच गया है। पीड़ित व्यक्ति राजकुमार यादव का स्वास्थ्य सामान्य बताया जा रहा है।
केस पेपर की नहीं की जांच
राजकुमार यादव 27 सितंबर को कोविशील्ड वैक्सीन की जानकारी लेने स्वास्थ्य केंद्र पर गए थे। केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ राखी तावड़े ने यादव को वैक्सीन लेने की अनुमति दे दी। लेकिन यादव उस स्वास्थ्य केंद्र पर कतार में लग गए, जहां रेबीज इंजेक्शन दिए जाते हैं। उसके बाद स्वास्थ्य केंद्र की नर्स कीर्ति पोपरे ने यादव का केस चेक किए बिना ही रेबीज का इंजेक्शन लगा दिया। फिलहाल इन दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
मामले को गंभीरता से लेने का दावा
इस बारे में जानकारी देते हुए ठाणे मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संदीप मालवी ने कहा कि बार-बार होने वाली इस तरह की घटनाओं से महानगरपालिका की काफी बदनामी हो रही है। इसलिए महापौर ने ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। फिलहाल इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार डॉक्टर और नर्स के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।