महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक कार्यालय से एक आदेश जारी हुआ है। जिसके अनुसार पुलिस कर्मियों को अब वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान की गई है। यह सुविधा सभी पुलिस कर्मियों के लिए नहीं है, इसके लिए भी एक सीमा निर्धारित है।
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर के सक्रिय होने की चर्चा है। देश के सभी राज्यों से कोरोना संक्रमण बढ़ने की जानकारी प्राप्त हो रही है। इससे महाराष्ट्र अछूता हीं है। इसे देखते हुए निजी संस्थानों ने वर्क फ्रॉम होम की सुविधाएं दे दी हैं, जिससे संक्रमण से मानव बल को बचाया जा सके। इसी पद चिन्हों पर चलते हुए सुरक्षा में तैनात पुलिस बल ने भी बड़ा निर्णय किया है। जिसमें निन्मलिखित पुलिसकर्मियों को घर से काम करने की सुविधा प्रदान की गई है…
- 55 वर्ष से अधिक की आयु वाले पुलिस कर्मी
- मधुमेह, उच्च रक्तदाब से पीड़ित पुलिस कर्मी
- एंजियोप्लास्टी, हार्ट सर्जरी, किडनी प्रत्यारोपण वाले कर्मी
- कैंसर से पीड़ित पुलिस कर्मी
- रक्त से संबंधित विकार से ग्रसित पुलिस कर्मी
पुलिस दल में वर्तमान संक्रमण
मुंबई पुलिस के 154 कर्मी कोरोना से ग्रसित हैं, राज्य में 219 कर्मी संक्रमित पाए गए हैं। इस संख्या को इतने पर ही नियंत्रित करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने वर्क फ्रॉम होम का कदम उठाया है।
कोरोना की पिछली लहर में राज्य के 500 और मुंबई के 123 पुलिस कर्मियों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे। इसमें 55 वर्ष और को-मॉर्बिड पुलिसकर्मियों की संख्या अधिक थी।