अमरावती में पुलिस ने संचार बंदी लागू कर दी है। इसके साथ ही शहर की इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। इस बीच विपक्ष ने इस हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदारी ठहराया है।
शुक्रवार को अमरावती, नांदेड और मालेगाव में मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के बाद उत्पाती भीड़ ने जमकर हंगामा किया। पुलिस बल पर पथराव किया गया, कई स्ठानों पर आगजनी भी हुई। इसका विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अमरावती बंद का आयोजन किया था। जिले में पुलिस ने परिस्थिति को देखते हुए संचार बंदी लागू कर दी है और इटंरनेट सेवा बंद कर दिया है।
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रजा अकादमी पर कार्रवाई कब
शुक्रवार को राज्य में अलग-अलग स्थानों पर हुए विरोध प्रदर्शनों का आह्वान रजा अकादमी द्वारा किया गया था। यह प्रदर्शन धीरे-धीरे उग्र होता गया और लोगों ने आगजनी, पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके विरोध में भाजपा नेता नितेश राणे ने आवाज उठाते हुए रजा अकादमी पर कार्रवाई की मांग की है।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने कहा कि, हिंसा के प्रकरण में जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। रजा अकादमी ने त्रिपुरा में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी, परंतु उसे अनुमति नहीं दी गई। इसमें जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।