प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) हर महीने के आखिरी रविवार को “मन की बात” (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों (Countrymen) से संवाद करते हैं। यह कार्यक्रम खास तौर पर रेडियो (Radio) पर प्रसारित होता है। आज का एपिसोड 114वां है, जिसमें पीएम मोदी विभिन्न मुद्दों (Various Issues) पर चर्चा करते हैं और जनता (Public) के साथ अपने विचार साझा करते हैं। यह कार्यक्रम लोगों से जुड़ने और उनकी समस्याओं का समाधान खोजने का एक अहम माध्यम बन गया है।
29 सितंबर को पीएम मोदी ने “मन की बात” कार्यक्रम में कहा कि यह एपिसोड उनके लिए भावनात्मक है। उन्होंने बताया कि यह एपिसोड उन्हें पुरानी यादों से जोड़ रहा है। पीएम मोदी पिछले 10 सालों से इस कार्यक्रम के जरिए जनता से जुड़े हुए हैं और लोगों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करते हैं।
यह भी पढ़ें – S. Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में दी चुनौती, कहा- अब सिर्फ POK…
10 वर्ष का सफर
यह कार्यक्रम 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ था। 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा इसे 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया जाता है, जिनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तो, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों द्वारा प्रसारित किया जाता है।
इस तरह “मन की बात” कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां पीएम मोदी जनता से सीधे जुड़ते हैं और उनकी समस्याओं पर चर्चा करते हैं।
लोग सकारात्मक जानकारी के भूखे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली मास्टरमाइंड हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब तक कुछ मसालेदार और नकारात्मक न हो, तब तक उस पर ध्यान नहीं जाता। लेकिन मन की बात कार्यक्रम ने साबित कर दिया है कि देश के लोग सकारात्मक जानकारी के कितने भूखे हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उठाए गए मुद्दों पर मीडिया ने भी मुहिम चलाई है। वे रेडियो, दूरदर्शन, यूट्यूब और प्रिंट मीडिया को इसके लिए धन्यवाद देते हैं। कार्यक्रम के दौरान उन्हें पता चला कि देश में कितने प्रतिभावान लोग हैं, जिन्होंने निःस्वार्थ सेवा भाव के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community