एनआईए ने 22 अप्रैल की रात, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन मौत के मामले में मुंबई के पुलिस निरीक्षक सुनील माने को गिरफ्तार किया है। मनसुख हत्या मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। माने को 23 अप्रैल को विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 28 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
मुकेश अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की 4 मार्च को हत्या कर दी गई थी और उसके शव को मुंब्रा रेतीबंदर खाड़ी में फेंक दिया गया था। 5 मार्च को मनसुख का शव खाड़ी में मिला था। हत्या के मुख्य आरोपी मुंबई पुलिस के सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरी कार रखने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की कांदिवली यूनिट के प्रभारी पुलिस निरीक्षक सुनील ने कथित रुप से मनसुख हिरेन की हत्या में सचिन वाझे की सहायता की थी। माने को महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने भी इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था।
तीसरी गिरफ्तारी
एनआईए ने इस मामले में माने से दो बार पूछताछ की थी। पूछताछ में मिली जानाकारी के बाद एनआईए ने सुनील माने को उसके घर से गिरफ्तार किया। माने पिछले दिनों विवादों में भी घिर गया था। बता दें कि माने का नाम मनसुख हिरेन मामले में आने के बाद, उसे मुंबई अपराध शाखा से हथियार विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया था। इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले, पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोरे को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
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एनआईए के रडार पर कुछ और अधिकारी
इस मामले में कुछ पूर्व पुलिस अधिकारियों की भी गिरफ्तारी की संभावना है। फिलहाल इस मामले के दो आरोपी सचिन वाझे और रियाजुद्दीन काजी जेल में बंद हैं।