प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 सितम्बर, 2022 को अहमदाबाद में मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। अपने एक साल के सफर में अहमदाबाद मेट्रो सेवा शहर की लाइफ लाइन बन चुकी है। रोजाना करीब 75 हजार से 90 हजार यात्रियों को यह गंतव्य तक पहुंचा रही है। मेट्रो की सेवा के कारण शहर की सड़कों पर चलने वाली दोपहिया और चार पहिया वाहनों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई है। फिलहाल अहमदाबाद में मेट्रो के दो रूट मोटेरा स्टेडियम से एपीएमसी और थलतेज से वस्त्राल पर सुबह 6.20 बजे से रात 10 बजे तक हर 12 मिनट पर मेट्रो ट्रेन उपलब्ध है।
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शहरवासियों के लिए वरदान
अहमदाबाद मेट्रो ट्रेन शहरवासियों के लिए वरदान समान साबित हो रही है। दो पहिया, रिक्शा और कार जैसे वाहनों को इस्तेमाल करने वाले लोग अब सुरक्षित और कम समय में यात्रा के लिए मेट्रो के विकल्प को पसंद करने लगे हैं। एक अनुमान के अनुसार मेट्रो के कारण वार्षिक 70 लाख वाहनों की सड़कों पर आवाजाही कम हुई है। इससे अहमदाबाद की सड़कों पर ट्रैफिक दबाव कम करने में भी मदद मिला है। साथ ही वायु प्रदूषण में भी कमी दर्ज की गई है। सुबह के यात्रियों की संख्या को देखते हुए मेट्रो ने नई पहल कर ट्रेन की पहली ट्रिप के समय में भी बदलाव किया। आरंभ में 30 मिनट के अंतर पर मिलने वाली मेट्रो अब हर 12 मिनट पर मिलती है। वहीं पहले 8 बजे सुबह से शुरू होने वाली ट्रिप अब सुबह 6.20 बजे ही शुरू हो जाती है। रात 8 बजे के बजाय रात 10 बजे तक सेवा चालू रहती है। मेट्रो ट्रेन में यात्री वस्त्राल गाम से थलतेज तक महज 39 मिनट में पहुंचते हैं, तो एपीएमसी से मोटेरा तक महज 32 मिनट में यात्रा पूरी करते हैं।
क्रिकेट मैच, त्योहार, भारी बारिश के दिनों में भी मेट्रो की निर्बाध सेवा ने शहरवासियों के लिए इसे वरदान समान बना दिया है। मेट्रो स्टेशनों पर अहमदबाद की हैरिटेज झलकियां की सजावट लोगों का मन मोह लेती है। मेट्रो के एक साल के दौरान प्रमोशनल इवेंट़्स, फिल्म शूटिंग आदि अन्य प्रवृत्तियों से अतिरिक्त आवक भी शुरू की गई है। फिलहाल उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को अब मोटेरा से आगे गांधीनगर तक बढ़ाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है। अगले वर्ष इसके आरंभ होने की उम्मीद है। मोटेरा से गांधीनगर का लिंक कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होगा।
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