राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) इस साल अपना शताब्दी वर्ष (Centenary Year) मनाएगा। इसकी शुरुआत इंदौर (Indore) से हो रही है। शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में संघ का विशेष घोष वादन कार्यक्रम (Special Ghosh Vadan Program) 3 जनवरी को इंदौर के दशहरा मैदान (Dussehra Ground) पर आयोजित होगा। मालवा प्रांत में पहली बार हो रहे इस जयघोष कार्यक्रम में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Dr. Mohan Bhagwat) सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल होंगे।
इंदौर स्थित संघ कार्यालय के अनुसार, इस घोष वादन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 3 जनवरी को सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का इंदौर आना तय हो गया है। वह मालवा और निमाड़ में तीन दिन तक रहेंगे। इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। डॉ. भागवत के कार्यक्रम व संघ मुख्यालयों अर्चना और सुदर्शन पर भी पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
तय कार्यक्रम के अनुसार, सरसंघचालक की मौजूदगी में देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार का वितरण समारोह में भी शामिल होंगे। राजेंद्रनगर स्थित नए लता मंगेशकर ऑडिटोरियम में आयोजित इस समारोह मेें सैकड़ों वर्षों तक चले श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में वीरगति को प्राप्त हुए हुतात्माओं की स्मृति में विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता चंपत राय को इस वर्ष का देवी अहिल्याबाई होलकर ग्रहण करेंगे। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और इंदौर से आठ बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन इस कार्यक्रम की सूत्रधार हैं।
कार्यक्रम में देशभर से लोग जुटेंगे
तीन दिवसीय प्रवास के दौरान सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत निमाड़ क्षेत्र में ओंकारेश्वर और मंडलेश्वर में आयोजित कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। इसके साथ ही कुछ और कार्यक्रम भी हैं, जो संघ स्तर पर होंगे। सरसंघचालक डॉ. भागवत इंदौर के कार्यक्रम के बाद ओंकारेश्वर पहुंचेंगे, जहां एक बड़ा आयोजन कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है। इस आयोजन में भी स्वयंसेवक अपने परिवार के साथ शामिल हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि भारतीय कुटुंब व्यवस्था से जुड़े इस आयोजन में देशभर से लोग जुटेंगे। कार्यक्रम साध्वी ऋतुम्भरा के आश्रम में होगा। साध्वी भी इस अवसर पर मौजूद रहेगीं। इसके साथ-साथ मंडलेश्वर में भी एक आयोजन होगा, जहां वे एक गौशाला में जाएंगे।
परंपरा और विचारधारा का प्रदर्शन
उल्लेखनीय है कि यह कार्यक्रम संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। सरसंघचालक इस दौरान कार्यकर्ताओं से समाज और देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर संवाद करेंगे। यह इंदौर में अपने तरह का पहला कार्यक्रम होगा, जो संघ की परंपराओं और विचारधारा को प्रदर्शित करेगा। कार्यक्रम के दौरान 28 जिलों के 1000 से अधिक स्वयंसेवक सरसंघचालक के समक्ष घोष वादन संघ के परंपरागत वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन करेंगे।
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