ओमीक्रॉन को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर नए संसर्ग के आंकड़े आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश के 6 राज्यों से आनेवाले आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं। इनमें केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मिजोरम,तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल शामिल है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश के 20 जिलों में संक्रमण दर अभी भी 5 से 10 प्रतिशत के बीच है। इसके अलावा मिजोरम के दो जिलों में यह दर 10 प्रतिशत से ऊपर है। इन राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि देश में 61 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना से बचाव के लिए लगाए जा रहे टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है। वहीं, 89 प्रतिशत व्यस्क आबादी को कोरोना टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। 19 राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना से बचाव के टीके की पहली डोज देने का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से अधिक है। वहीं 11 राज्यों में टीकाकरण की गति धीमी है जो चिंता का विषय है।
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Satark & Saavdhan: Five-fold strategy in mission mode approach
🔘Test
🔘Tracking and surveillance
🔘Treatment
🔘Vaccinate
🔘#COVID Appropriate Behavior@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/eNA38sqwqR— PIB India (@PIB_India) December 24, 2021
बढ़ाए गए स्वास्थ्य संसाधन
- पहली और दूसरी लहर से सीखते हुए अब 18 लाख से अधिक आईसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई
- 1 लाख 39 हजार आईसीयू बेड भी तैयार किए गए
- बच्चों के लिए भी अलग से आईसोलेशन बेड तैयार
- केन्द्र सरकार ने 18,800 मिट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन की क्षमता प्राप्त किया
- कोरोना की पहली लहर में मोडिकल ऑक्सीजन के उत्पादन की क्षमता 1000 मिट्रिक टन प्रति दिन थी
सतर्क और सावधान
कोविड-19 संसर्ग से बचने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ‘सतर्क और सावधान’ के मंत्र पर बल दे रहा है। इसके अंतर्गत परीक्षण (टेस्ट), पता लगाना और जांच (ट्रैकिंग एंड सर्विलांस), उपचार (ट्रीटमेन्ट), टीकाकरण (वैक्सीनेट) और कोविड-19 रोधी व्यवहार (कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर) सम्मिलित है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को इस संदर्भ में सूचनाएं देकर सावधानी बरतने की चेतावनी दी है।