उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (यूपीजीआईएस-2023) में जुटे वैश्विक ख्याति के कई प्रमुख उद्यमी योगी सरकार के निवेश और उद्योग जगत में सृजित नए इतिहास के साक्षी बने। चार प्रमुख उद्यमियों ने प्रदेश में निवेश को लेकर अपने अनुभव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष साझा किए। उद्यमियों ने प्रदेश में निवेश के लिए बने बेहतर माहौल के लिए योगी सरकार की सराहना की और निवेश करने की भी घोषणा की।
चार वर्षों में 75 हजार करोड़ निवेश करने की घोषणा
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने अगले चार वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में 75 हजार करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। इस निवेश से करीब एक लाख नए रोजगार पैदा होने का अनुमान है। लखनऊ में आयोजित यूपीजीआईएस-2023 में बोलते हुए मुकेश अंबानी ने दावा किया कि पांच वर्षों के भीतर ही उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। रिलायंस उत्तर प्रदेश में 10गीगा वॉट की रिन्यूबल एनर्जी क्षमता को स्थापित करेगा। यह उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा परियोजना होगी। कंपनी ने उत्तर प्रदेश में बॉयो-गैस एनर्जी बिजनेस में उतरने की घोषणा भी की। इस पर मुकेश अंबानी ने कहा कि बायो-गैस से पर्यावरण में सुधार तो होगा ही किसानों को भी बड़ा लाभ होगा। हमारे किसान अन्नदाता तो हैं ही, अब ऊर्जादाता भी बनेंगे। अंबानी ने कहा कि नए भारत के लिए उत्तर प्रदेश आशा का केंद्र बन गया है। नोएडा से गोरखपुर तक, लोगों में जोश और उत्साह दिख रहा है। हम सब साथ मिलकर भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य को भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक में बदल देंगे।
आदित्य बिड़ला समूह करेगा 25 हजार करोड़ का निवेश
आदित्य बिड़ला समूह उत्तर प्रदेश में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन डॉ. कुमार मंगलम बिड़ला ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में कहा कि भारत दुनिया की सर्वाधिक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश है। इसमें उत्तर प्रदेश का अहम योगदान है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का अभूतपूर्व विकास हो रहा है। प्रदेश में हाई-वे का जाल बिछ रहा है। मेट्रो और एयरपोर्ट बन रहे हैं। ढांचागत बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। उन्होंने राज्य सरकार के निवेश मित्र पहल की जमकर तारीफ की और कहा कि प्रदेश ने निवेश के लिए नई नीति जारी की है। पिछले तीन साल की अवधि में सितंबर 2022 तक उप्र में 1.1 बिलियन डॉलर एफडीआई आया। यह पिछले दो दशकों में सर्वाधिक है। बिड़ला ने कहा कि आदित्य बिड़ला समूह प्रदेश में सीमेंट, मेटल, केमिकल, फाइनेंस सर्विस और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आना सौभाग्य की बात : चन्द्रशेखरन
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में सुदृढ़ कानून व्यवस्था और मजबूत बुनियादी ढांचे के लिए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया। टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में टाटा समूह की मौजूदगी का लंबा इतिहास रहा है। आज प्रदेश में टाटा संस में 50 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुए निवेश फ्रेंडली माहौल के बाद हम प्रदेश में अपनी सभी कंपनियों में भारी विस्तार कर रहे हैं। टीसीएस के माध्यम से नोएडा में हम भारी निवेश कर रहे हैं। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हम नए जेवर हवाई अड्डे में ज्यूरिख के अपने भागीदारों के साथ एक एकीकृत मल्टी मोडल एयर कार्गो का निर्माण करने जा रहे हैं। इस अवसर पर निर्माणाधीन जेवर (नोएडा) इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ऑपरेशनल पार्टनर कम्पनी ज्यूरिख एयरपोर्ट (एशिया) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डैनियल बर्चर एवं मोबाइल कम्पोनेंट निर्माता डिक्सन मोबाइल के चेयरमैन सुनील वाचानी ने भी अनुभव साझा कर भावी निवेश योजनाओं की जानकारी दी।
मेहमानों के स्वागत में भव्य व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 फरवरी को तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ किया है। इसमें देश और दुनिया के उद्यमी शामिल हो रहे हैं। अब तक करीब 18 हजार एमओयू साइन हुए हैं। इसके माध्यम से 32 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आएगा। उद्यमियों के ठहरने के लिए राज्य सरकार ने वृंदावन योजना में ही टेंट सिटी स्थापित की है। साथ ही उन्हें भ्रमण का इंतजाम किया गया है। देशी-विदेशी मेहमानों के स्वागत में राजधानी लखनऊ को सजाया गया है। पूरे शहर को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग किया गया है तो विभिन्न प्रकार के फूल भी लगाए गए हैं।