गणेशोत्सव की 31 अगस्त से शुभारंभ हो गया। मुंबई के चर्चित ”लालबाग के राजा” के चरण दर्शन के लिए 30 अगस्त से ही भक्तों की कतारें लगने लगी थी। नवस दीर्घा में 30 अगस्त की शाम तक श्रद्धालुओं की कतार कालाचौकी के बेस्ट कालोनी तक पहुंच गई।
वर्ष 2020 से कोरोना महामारी के कारण लागू पाबंदियों से छुटकारा मिलने के बाद मुंबईकर 31 अगस्त से गणपति महोत्सव बड़े ही धूमधान से मनाएंगे। महाराष्ट्र में कोरोना प्रतिबंध दो अप्रैल 2022 को हटाया गया था। दो वर्ष की प्रतीक्षा के बाद गणेश भक्तों का उत्साह चरम पर है।
बप्पा की विशाल मूर्ति की स्थापना
हमेशा चर्चा में रहने वाली मुंबई के लालबाग के राजा की विशाल मूर्ति का आगमन हो चुका है। इस साल 12 फीट की विशाल मूर्ति के साथ सिंहासन पर शाही मुद्रा में नजर आ रहे हैं। वर्ष 1934 में स्थापित, लालबागचा राजा सार्वजनिक मंडल इस साल 89 साल पूरे कर रहा है। इस वर्ष भव्य उत्सव समारोह के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। लालबाग के गणपति बप्पा के दर्शन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। गणपति बप्पा के पहली झलक पाने के लिए हर कोई बेताब है।
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
अधिक भक्तों के आने की उम्मीद
”लालबाग के राजा” गणेशोत्सव मंडल के अध्यक्ष बाला कांबले ने बताया कि हमारा प्रयास होगा कि सभी को लालबागचा राजा के दर्शन आराम से हो सके। इस साल अधिक भक्तों के आने की उम्मीद है। सुरक्षा व्यवस्था पर भी काफी ध्यान दिया गया है। 250 सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।