मुंबई के मरीन ड्राइव थाने में पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज फिरौती के मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है। मामले की जांच दो पुलिस उपायुक्तों की निगरानी में की जा रही है। कहा जा रहा है कि मामले में परमबीर सिंह समेत कुछ और पुलिस अधिकारियों की परेशानी बढ़ सकती है।
ये है मामला
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के साथ मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त अकबर पठान, पुलिस निरीक्षक नंदकुमार गोपाल, आशा कोरके, संजय पाटील और दो बिल्डरों के खिलाफ मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में हफ्ता वसूली, मारपीट, फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन कब्जा करने का मामला दर्ज किया गया है। उसके बाद इस मामले में भवन निर्माता संजय पुनमिया और सुनील जैन को गिरफ्तार किया गया है। ठाणे के एक बिल्डर श्यामसुंदर अग्रवाल की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है।
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जांच दल में 10-12 सदस्य शामिल
अपराध के दायरे और पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता के कारण अपराध की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एसआईटी में दो पुलिस उपायुक्त के साथ ही एसीपी स्तर के अधिकारियों सहित 10 से 12 सदस्य शामिल हैं। यह जांच पुलिस उपायुक्त के मार्गदर्शन में की जा रही है।