इन्फ्रास्ट्रक्चरल अपग्रेडेशन को बढ़ावा देने के लिए और मुंबई उपनगरीय खंड पर ट्रेन परिचालन में संरक्षा बढ़ाने की दृष्टि से पश्चिम रेलवे द्वारा लोअर परेल स्थित डिलायल ब्रिज के दूसरे ओपन वेब गर्डर को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। यह कार्य पश्चिम रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा किया गया और 18 सितंबर 2022 को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर के अनुसार मुंबई उपनगरीय खंड में लगातार बारिश के बावजूद डिलायल सड़क ऊपरी पुल के दूसरे गर्डर का सफलतापूर्वक लॉन्चिंग किया गया।
3 महीने से कम की रिकॉर्ड अवधि में पूर्ण हुआ है ब्रिज
उल्लेखनीय है कि दूसरे ओपन वेब गर्डर का संयोजन और स्थापना का कार्य 3 महीने से कम की रिकॉर्ड अवधि में पूर्ण किया गया है । यह पश्चिम रेलवे में अब तक का सबसे लंबा (90 मीटर) और सिंगल स्पैन 65 डिग्री स्क्यू के साथ लगभग 1045 एमटी वजन वाला गर्डर था। पहले गर्डर की लॉन्चिंग का कार्य 22 जून, 2022 को किया गया था। डिलायल सड़क ऊपरी पुल के दूसरे ओडब्ल्यूजी का लॉन्चिंग कार्य 15 जून, 2022 को शुरू हुआ और बिना किसी बड़े यातायात प्रभाव के केवल उपलब्ध सीमांत यातायात और पावर ब्लॉक के दौरान ही पूरा किया गया। पिछले 5 दिनों में कन्सलटेंट इंजीनियरों के साथ 15 रेलवे इंजीनियरों और एजेंसी की एक टीम की गहन निगरानी में यह काम किया गया। इस बड़े कार्य में चौबीसों घंटे 8 पर्यवेक्षकों और 102 मजदूरों की एक विशाल टीम को तैनात किया गया था, जो पश्चिम रेलवे में भी अपनी तरह से पहली बार था।
इस तरह किया गया है निर्माण
डिलायल सड़क ऊपरी पुल के लॉन्च किए गए नए गर्डरों के बारे में ठाकुर ने बताया कि इस सड़क ऊपरी पुल का रेलवे ट्रैक के साथ 65 डिग्री का स्क्यू है और यह लोअर परेल स्टेशन के उत्तरी छोर पर स्थित है। पश्चिम रेलवे पर पहली बार सिंक्रोनाइज्ड विस्थापन नियंत्रित स्ट्रैंड जैक का प्रयोग किया गया। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले संरचनात्मक स्टील (ई-450 ग्रेड) की खरीद की गई थी जबकि स्टेनलेस स्टील (एसएस-550) ग्रेड का उपयोग सबस्ट्रक्चर में सुदृढीकरण सलाखों में किया गया था। इसके अलावा सुपरस्ट्रक्चर को विशेष एंटी-कोरोजन पेंट के साथ लेपित किया गया है, जिसमें कोरोजन प्रतिरोध क्षमता कोल्ड गैल्वनाइजिंग कोटिंग के बराबर होती है। गैर-मानक खुले वेब गर्डर के मद्देनज़र आरडीएसओ द्वारा अधिरचना के डिजाइन और ड्राइंग को मंजूरी दी गई थी। गर्डरों के लॉन्चिंग होने के बाद शीघ्र ही सड़कों की सतह बिछाने का काम शुरू होगा।