नागपुर मेट्रो का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज, राह में आईं ये चुनौतियां

एफकॉन्स इंफ्रास्टक्चर लिमिटेड द्वारा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर में सिविल इंजीनियरिंग डिजाइन और वायडक्ट का कार्य किया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नागपुर मेट्रो के फेज-1 के उद्घाटन के बाद नागपुर मेट्रो पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। कम समय में गुणवत्तापूर्ण कार्य करने वाली नागपुर मेट्रो का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज हो चुका है। अपने काम को लेकर पूरा मेट्रो परिवार उत्साहित है। महामेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो ने चुनौतियों का सामना कर अपनी गुणवत्ता बरकरार रखी है।

अधिकारियों ने कहा कि नागपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण के कार्य के दौरान मेट्रो टीम के साथ ही इंजीनियर, कंपनी, सलाहकारों, डिज़ाइनर ने कंधे से कंधा मिलाकार कार्य को विश्वस्तरीय बनाने में अहम भूमिका निभाई है। 24 बाय 7 की तर्ज पर मेट्रो में कार्यरत श्रमिक से लेकर प्रमुख अधिकारियों तक ने नागपुर मेट्रो को अनोखा बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया। नागपुर मेट्रो के कार्यों ने शहर का गौरव बढ़ाया है। चारों दिशाओं में हुए निर्माण कार्य, स्टेशन इमारतों की सुंदरता से शहर का आकर्षण बढ़ गया है। कार्य के दौरान इंजीनियर और कंपनी ने गुणवत्तापूर्ण कार्य किया है। विषम परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों का सामना कर नागरिकों को बिना परेशानी के कार्य को अंजाम देने में समूची टीम की कार्यप्रणाली भुलाई नहीं जा सकती।

खास बातेंः
-एफकॉन्स इंफ्रास्टक्चर लिमिटेड द्वारा पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर में सिविल इंजीनियरिंग डिजाइन और वायडक्ट का कार्य किया। गड्डीगोदाम वायडक्ट और रेलवे फ्लाईओवर के बीच एलिवेटेड वायडक्ट की डिजाईन और निर्माण किया। एफकॉन्स ने मिहान और हिंगना डिपो में परिचालन कक्ष का निर्माण एवं रिच-1 में स्टेशनों का सिविल इंजीनिरिंग का कार्य किया। वर्धा मार्ग पर निर्मित डबल डेकर के निर्माण में एनसीसी लिमिटेड के कार्य उल्लेखनीय हैं। इसी तरह उज्ज्वलनगर से मनीषनगर तक एनएचआई फ्लाईओवर का सिविल इंजीनियरिंग कार्य एनसीसी ने पूर्ण कर मनीषनगर, बेसा बेलतरोड़ी आदि ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को रेलवे फाटक पर होनेवाले ट्रैफिक जाम से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाई।

-आईटीडी सेमटेशन इंडिया लिमिटेड ने 10 एलीवेडेट मेट्रो स्टेशनों का वायडक्ट छोड़कर सिविल इंजीनियरिंग निर्माण किया। इनमें शंकरनगर चौक, लोकमान्यनगर, बंसीनगर, वासुदेवनगर रचना रिंग रोड, सुभाषनगर, धरमपेठ कालेज आदि का समावेश है। ओरियन प्रो सॉल्यूशन लिमिटेड, हाईबार टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, एक्सेलाइज आर्किटेक्चरल सर्विसेस प्रा. लि. ने सेवाएं प्रदान कीं। स्किंडलर इंडिया प्रा.लि. और शिंडलर लिफ्ट कंपनी ने प्रत्येक स्टेशन पर लिफ्ट और एस्केलेटर की डिजाईन बनाने के साथ यात्रियों की सुविधा के अनुरूप निर्माण कार्य किया है।

-सीताबर्डी से खापरी और सीताबर्डी से लोकमान्य नगर तक रेल पटरी की आपूर्ति, स्थापना और परिक्षण का कार्य राही एमरेल द्वारा किया गया। इसी तरह 25 केवी फ्लेक्सिबल ओएचई, ट्रैक्शन डिजाइन, स्थापन का कार्य सीमेंस लि. द्वारा किया गया। 33 केवी केबल नेटवर्क एएसएस स्काडा सिस्टम स्टर्लिंग और विल्सन प्रा.लि. और कोबरा इन्स्टलेशनेसी द्वारा पूर्ण किया गया। लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड ने दूरसचांर आईटी, एएफसी डिज़ाइन कर निर्माण कार्य किया। सीआरआरसी द्वारा पैसेन्जर रोलिंग स्टॉक की डिज़ाइन कर निर्माण कर आपूर्ति की गई नागपुर मेट्रो रेल परियोजना से संलग्न कंपनी, इंजीनियर, सलाहकारों की कार्यप्रणाली से गुणवत्तापूर्ण कार्य करने में सहायता मिली और कई कार्य बेजोड़ साबित हो रहे हैं।

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