जानिये, कौन हैं प्रधानमंत्री नमो के हनुमान, जो उनकी हर सभा में रहते हैं मौजूद

कांग्रेस कर्नाटक चुनाव के अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही है। भाजपा सहित सनातन धर्म के तमाम अनुयायी इसका जोरदार विरोध कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नमो (नरेन्द्र मोदी) का हनुमान बिहार के बेगूसराय से कर्नाटक पहुंच गया और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र बना रहा।

207

धर्म प्रधान भारत में सदियों से भक्त और भगवान की बातें होती रही है। सबके अपने-अपने आराध्य हैं तथा उनको मनाने के अपने-अपने तौर-तरीके हैं। इन दिनों कर्नाटक चुनाव को लेकर हनुमान की चर्चा हर ओर हो रही है।

कांग्रेस कर्नाटक चुनाव के अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही है। भाजपा सहित सनातन धर्म के तमाम अनुयायी इसका जोरदार विरोध कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नमो (नरेन्द्र मोदी) का हनुमान बिहार के बेगूसराय से कर्नाटक पहुंच गया और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र बना रहा।

बेगूसराय का पनहांस निवासी श्रवण कुमार साह हैं नमो के हनुमान
कर्नाटक पहुंचा वह हनुमान है, बेगूसराय का पनहांस निवासी श्रवण कुमार साह तथा उसके आराध्य हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। खुद को राम रूपी नमो का हनुमान कहने वाले श्रवण 2015 से अब तक 117 सभा में प्रधानमंत्री का दीदार कर चुके हैं। देश में जहां कहीं भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सभा की जानकारी श्रवण को मिलती है। वह खुद को हनुमान बना वहां पहुंच जाते हैं।

कोर्ट में अधिवक्ता लिपिक का काम करते हैं श्रवम कुमार साह
हनुमान का वेश धारण कर, हाथ में नमो-नमो लिखा गदा, सिर पर कमल आकार के थर्माकोल पर स्वच्छता संदेश लिखा मुकुट तथा पेट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोटो लगाए श्रवण अभी कर्नाटक में मोदी की दो सभा और दो रोड शो में शामिल हुए। बेगूसराय कोर्ट में अधिवक्ता लिपिक का काम कर रहे श्रवण किसी भी सभा में यात्रा व्यय के लिए लोगों से मदद नहीं लेते हैं।

अपने खर्च पर जाते हैं हर जगह
एक सभा में जाने पर पांच से सात हजार रुपये खर्च होता है। लेकिन स्वाभिमान ऐसा कि मदद की चाह नहीं। हालांकि, अब सभा में जाने पर उन्हें रहने के लिए होटल का पेमेंट नहीं करना पड़ता है। 60 वीं सभा के बाद भाजपा के राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा द्वारा सभी व्यवस्था करवा दी जाती है।

नमो के हनुमान बनने की कहानी
नमो के हनुमान बनने की इनकी कहानी भी अजीब है। आठ अक्टूबर 2015 को बेगूसराय के उलाव हवाई अड्डा पर प्रधानमंत्री की जनसभा होनी थी।

ये भी पढ़ेंः केरल हाउसबोट हादसाः 22 लोगों की मौत, 7 बच्चे भी शामिल

भाजपा समर्थक रहने के कारण मंडल अध्यक्ष से इन्होंने वीआईपी दीर्घा में जाने का गेट पास मांगा था, जिस पर दुत्कार दिया गया। तभी से मन में कुछ अलग करने का जज्बा आया और तुरंत ही सात हजार खर्च करके एक आर्टिस्ट से अपने को हनुमान के गेट अप में तैयार करवा लिया। मोदी जब आए तो यह हनुमान सारे बंधन तोड़ कर जय श्री राम का नारा लगाते हुए डी एरिया में पहुंच गया। जिसे देख प्रधानमंत्री ने कहा भी था धन्यवाद हनुमान। इसके बाद तो श्रवण पर अपने राम (नमो) का हनुमान बनने की जिद छा गई। ये प्रधानमंत्री के 117 सभा में जा चुके हैं।

इन प्रदेशों में सभा में हुए शामिल
बिहार, झारखंड, असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं राजस्थान की सभा में वे हनुमान बनकर शामिल हुए।

नरेंद्र मोदी को मानते हैं अपना आदर्श
श्रवण कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसलिए उनके लिए आदर्श हैं कि ऐसा अद्वितीय, यशस्वी, तेजस्वी, विराट प्रधानमंत्री ना आज तक हुआ और ना ही भविष्य में होगा। इसलिए प्रधानमंत्री की हर सभा में वह जाते रहेंगे, अपने प्रभु और जय श्री राम का नारा लगाते रहेंगे। नरेन्द्र मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो जन-जन के कण-कण में व्याप्त हैं।

कर्नाटक में भाजपा की जीत पर प्लान
नरेंद्र मोदी विश्व में देश का उत्थान कर भारत को विश्व गुरु बना रहे हैं। विकास की पवित्र गंगा बहा रहे हैं, तो हम क्यों ना उनके हनुमान बन जाएं। कर्नाटक में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीतेगी। जीत का जश्न मनाने के लिए 12 मई को भाजपा मुख्यालय दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। श्रवण का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो किया है, उससे केंद्र में 2024 में भी प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनेगी।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.