नासा ने तकनीकी बाधाओं के चलते 29 अगस्त को लॉन्च होने वाले मून रॉकेट का प्रक्षेपण को स्थगित कर दिया है। जानकारी के अनुसार रॉकेट में दरार आने और ईंधन में रिसाव के चलते नासा ने यह कदम उठाया है। नासा ने स्पेस लांच सिस्टम रॉकेट में करीब 10 लाख गैलन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन भरने की प्रक्रिया के दौरान रिसाव होने के बाद इसे ठीक करने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं होने पर इस प्रक्षेपण को आधिकारिक तौर पर रोक दिया।
फ्लोरिडा केनेडी अंतरिक्ष केंद्र के पास आंधी-तूफान के कारण ईंधन भरने की प्रक्रिया एक घंटे देर से शुरू हुआ। रिसाव उसी जगह दिखाई दिया जहां पहले भी ड्रेस रिहर्सल के दौरान सीपेज दिखाई दिया था। नासा के अधिकारियों ने कहा कि बाद में एक महत्वपूर्ण हिस्से में दरार या कुछ अन्य खामी दिखाई दी। इंजीनियरों ने तकनीकी परेशानियों के बारे में जांच शुरू कर दी है।
नासा के सहायक प्रक्षेपण निदेशक जेरेमी ग्रेबर ने दी जानकारी
यह प्रक्षेपण 50 साल पहले अपोलो कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद से पहली बार चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के अमेरिका के प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। नासा के सहायक प्रक्षेपण निदेशक जेरेमी ग्रेबर ने कहा कि पहले रिसाव से शुरू हुई जद्दोजहद के बाद अब अंतरिक्ष एजेंसी को तय करना होगा कि आगे प्रक्षेपण करना है या नहीं।
एक इंजन में खराबी
राकेट के चार मुख्य इंजनों में से एक को पूरी तरह से ठंडा न कर पाने के कारण भी नासा के सामने समस्या आई। नासा ने एक ट्वीट में कहा, “आर्टेमिस का प्रक्षेपण आज नहीं हो रहा है क्योंकि टीमें इंजन ब्लीड के साथ एक मुद्दे पर काम कर रही हैं। नासा ने कहा कि नासा एसएलएस राकेट की हाइड्रोजन टीम अर्टमीस लान्च डायरेक्टर के साथ योजनाओं पर चर्चा कर रही है।”
29 अगस्त को लॉन्च करने की बनाई थी योजना
नासा ने 29 अगस्त को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से आर्टेमिस मिशन को लान्च करने की योजना बनाई थी, जो स्पेस लान्च सिस्टम (एसएलएस) राकेट और ओरियन कैप्सूल को चंद्रमा के चारों ओर एक महीने से अधिक की यात्रा पर भेज रहा था।