राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने पंजाब में सिखों के धर्मांतरण पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से धर्मांतरण रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। आयोग का कहना है कि पंजाब में सिखों को बहला-फुसलाकर और उन्हें प्रलोभन देकर ईसाई बनाए जाने का मामला सामने आया है। आयोग का कहना है कि इस संबंध में कई शिकायतें आयोग को मिली हैं जिस पर आयोग ने राज्य सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की है। यह जानकारी आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में दी।
लालपुरा ने बताया कि आयोग ने सिख और ईसाई प्रतिनिधियों की एक बैठक पूर्व में आयोजित की थी जिसमें इस समस्या के समाधान पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया था। बैठक में ईसाई समुदाय के धर्मगुरुओं ने आश्वासन दिया था कि पंजाब में होने वाले धर्मांतरण को लेकर वह गंभीर हैं और इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। लालपुरा का कहना है कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए आयोग बहुत जल्द एक और बैठक आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। उनका कहना है कि इस समस्या की वजह से पंजाब में सिख और ईसाई समुदाय के बीच आपस में कटुता बढ़ रही है जिसे समय रहते रोकने की जरूरत है।
यह भी पढ़ें – ब्रिटेनः लिसेस्टर के बाद अब इस हिंदू मंदिर के बाहर उपद्रव! जानिये, पूरी खबरट
लालपुरा ने अफगानिस्तान में 17 ऐतिहासिक महत्व के सिख गुरुद्वारों के रखरखाव और सुरक्षा का मामला उठाते हुए कहा है कि गुरुद्वारों के प्रति सिखों की आस्था है और इसे सुरक्षित रखना अफगानिस्तान सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से आने वाले सिखों का भारत में पहले भी स्वागत था और अब भी हम उनका स्वागत करते हैं।
Join Our WhatsApp Community