National Education Policy: क्रियान्वयन पर वेस्टर्न जोन वाइस चांसलर्स कॉन्फ्रेंस 26 अक्टूबर को

इस एकदिवसीय वेस्टर्न जोन वाइस चांसलर्स कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति रहेगी।

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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल 26 अक्टूबर को नर्मदा जिले के केवडिया में वैश्विक शिखर सम्मेलन 2024 के पूर्व-शिखर सम्मेलन के रूप में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस एकदिवसीय वेस्टर्न जोन वाइस चांसलर्स कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति रहेगी।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ऋषिकेश भाई पटेल और प्राथमिक, माध्यमिक एवं वयस्क शिक्षा, उच्च शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। भारत सरकार के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार और भारत सरकार के एआईसीटीई संस्था के चेयरमैन टीजी सीताराम सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी।

विश्वविद्यालयों के कुलपति भी शामिल होंगे
सम्मेलन में 400 से अधिक महत्वपूर्ण भागीदार जैसे एनईपी समन्वयक और गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, दमन व दीव और दादरा व नगर हवेली के विश्वविद्यालयों के कुलपति भी शामिल होंगे। इस दौरान विभिन्न विषयों- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शासन तक पहुंच- उच्च शिक्षा, समतामूलक और समावेशी शिक्षा- सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूह (एसईडीजी) के मुद्दे, एजुकेशन और कार्यबल के स्किलिंग फ्यूचर के बीच बेहतर तालमेल बनाना, कौशल के एकीकरण के माध्यम से समग्र शिक्षा पर फोकस, उद्योग संपर्क और रोजगार, नवाचार और उद्यमिता, अनुसंधान और विकास, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण, और भारतीय ज्ञान प्रणाली जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किए जाएंगे।

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उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विचार साझा करेंगे
आईआईएम अहमदाबाद, आईआईटी दिल्ली, आईआईएम बोधगया, आंध्र प्रदेश के केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली जैसे शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिष्ठित वक्ता भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विचार साझा करेंगे। यह सम्मेलन एनईपी-2020 के प्रमुख क्षेत्रों, क्रियान्वयन रणनीतियों, बेस्ट प्रैक्टिसेस, और सक्सेस स्टोरीज़ को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगा। इस सहयोगात्मक अंतर्दृष्टि का उद्देश्य भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों को नई शिक्षा नीति के दृष्टिकोण और उद्देश्यों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में मार्गदर्शन प्रदान करना है।

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