Nehru Science Centre: नेहरू साइंस सेंटर, जो मुंबई में स्थित है, भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।
यह सेंटर न केवल विज्ञान के प्रति लोगों की रुचि को बढ़ावा देता है, बल्कि यह बच्चों और युवाओं को विज्ञान के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रमुख स्थल के रूप में कार्य करता है।
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स्थापना का इतिहास
नेहरू साइंस सेंटर की स्थापना 1977 में की गई थी, और इसका नाम भारतीय प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया। पं. नेहरू के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति विशेष प्रेम और उनकी दूरदर्शिता ने इस सेंटर की स्थापना को संभव बनाया। पं. नेहरू का मानना था कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से ही समाज में सुधार संभव है, और इस दृष्टिकोण को वे अपने समय के बच्चों और युवाओं तक पहुंचाना चाहते थे।
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मुख्य उद्देश्य
नेहरू साइंस सेंटर का प्रमुख उद्देश्य भारतीय जनता, खासकर बच्चों और युवाओं में, विज्ञान के प्रति रुचि और जागरूकता फैलाना था। यहां पर विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रदर्शनियाँ आयोजित की जाती हैं, जो सरल और रोचक तरीके से विज्ञान के जटिल तथ्यों को प्रस्तुत करती हैं। इसके अलावा, यह सेंटर छात्रों के लिए कार्यशालाएँ, विज्ञान शिविर और विभिन्न शैक्षिक गतिविधियाँ भी आयोजित करता है।
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सुविधाएँ और आकर्षण
नेहरू साइंस सेंटर में विभिन्न गैलरी हैं जो विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करती हैं, जैसे जीवविज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान। यहाँ एक “प्लैनेटेरियम” भी है, जहाँ पर खगोलशास्त्र से संबंधित कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इसके अलावा, बच्चों के लिए इंटरएक्टिव विज्ञान प्रदर्शनी भी उपलब्ध हैं, जो उन्हें विज्ञान के प्रयोगों से जोड़ने का काम करती हैं।
नेहरू साइंस सेंटर में एक विशेष विज्ञान पार्क भी है, जो बच्चों के लिए बाहरी गतिविधियों का आयोजन करता है और उन्हें साइंस के सिद्धांतों को वास्तविक जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है, यह दिखाता है। यहां का “आईनस्टीन गैलरी” और “टाइम मशीन” भी पर्यटकों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
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आज का महत्व
वर्तमान समय में, नेहरू साइंस सेंटर न केवल बच्चों और छात्रों के लिए, बल्कि विज्ञान में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन चुका है। यह सेंटर विज्ञान के क्षेत्र में लगातार नई पहलें और कार्यक्रम आयोजित करता है, जो समाज में विज्ञान की शिक्षा और अनुसंधान के महत्व को बढ़ावा देते हैं।
नेहरू साइंस सेंटर का इतिहास न केवल भारत के विज्ञान के प्रति प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि यह बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति उत्साह और जिज्ञासा को बढ़ाने के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत भी है। यह सेंटर भारत में विज्ञान के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हुआ है, और आगे भी इसका योगदान शिक्षा और विज्ञान के प्रचार में जारी रहेगा।
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