सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 28 अक्टूबर मुम्बई में एनएचएआई इन्व-आईटी अपरिवर्तनीय डिंबेचरों को सूचीबद्ध करने की रस्म पूरी की। अब कोई भी भारतीय नागरिक न्यूनतम 10 हजार रुपए लगाकर राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में हिस्सेदार बन सकता है।
एनएचएआई इन्व-आईटी अपरिवर्तनीय डिंबेचरों को सूचीबद्ध किए जाने को गडकरी ने ऐतिहासिक घटना बताया। उन्होंने कहा कि यह इंफ्रा-फंडिंग में जन भागीदारी की नई सुबह है। खुलने के केवल सात घंटे के भीतर इन्व-आईटी का दूसरा दौर जरूरत से सात गुना अधिक दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि यह उच्च साख के साथ प्रतिवर्ष 8.05 प्रतिशत का कारगर परिणाम देगा।
भारतीय नागरिक ले सकेंगे राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में हिस्सा
गडकरी ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि हम आखिरकार खुदरा निवेशकों जैसे सेवानिवृत्त नागरिकों, वेतनभोगी व्यक्तियों, छोटे व मध्यम व्यापारियों को अवसर देंगे कि वे राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों में हिस्सा ले सकें। उन्होंने कहा कि न्यूनतम निवेश सीमा मात्र 10 हजार रुपये रखी गई है।
लोगों से की ये अपील
बता दें कि सड़क अवसंरचना परियोजना में आंतरिक लाभ दर बहुत अच्छी है। गडकरी ने कहा कि 26 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और कई अन्य परियोजनाएं शुरू होने वाली हैं, जो अधिक से अधिक निवेश का अवसर प्रदान करेंगी। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे अवसंरचना परियोजनाओं को समर्थन देना जारी रखें, ताकि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाये जाने के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अवंसरचना परियोजनायें आर्थिक रूप से उपयोगी हैं और बेहतर लाभ देती हैं।
प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने में मददगार
गडकरी ने कहा कि बॉन्ड्स एक बड़ा अवसर है, जिसके जरिये आत्मनिर्भर भारत सम्बंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना पूरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अवसंरचना, खासतौर से सड़कों से सम्बंधित अवसंरचना में बड़ा निवेश देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ज्यादा से ज्यादा खुदरा निवेशक अगले चरणों में हिस्सा लेंगे तथा धीरे-धीरे वे संस्थागत निवेशकों से आगे निकल जायेंगे।