हुतात्मा भगत सिंह को पाकिस्तान में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार देने की मांग उठी है। यह मांग वहां के एक स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) ने की है।
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने 28 सितंबर को लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) के परिसर में भगत सिंह की 115वीं जयंती मनाई। इस अवसर पर वकीलों के समुदाय ने भगत सिंह और उनके साथियों शिवराम हरि राजगुरु और सुखदेव के लिए नारे लगाए और केक काटा।
भारत के प्रधानमंत्री से भी अपील
फाउंडेशन के अध्यक्ष इम्तियाज रशीद कुरैशी ने भगत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से आग्रह किया कि उपमहाद्वीप के लोगों के लिए भगत सिंह द्वारा दिए गए बलिदान एवं उनकी बहादुरी को सम्मानित करते हुए स्वतंत्रता सेनानी को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार दिया जाए। उन्होंने उनसे दोनों देशों के बीच सामाजिक और आर्थिक संबंधों को बहाल करने और आसान वीजा नीति बनाने का आग्रह किया, ताकि दोनों पड़ोसियों के बीच शांति को प्रोत्साहित किया जा सके। फाउंडेशन ने मांग की कि ब्रिटेन के महाराज चार्ल्स तृतीय को पाकिस्तान, भारत और इन तीनों क्रांतिकारियों के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए तथा उन्हें एक बड़ा मुआवजा देना चाहिए। शहीद भगत सिंह को पाकिस्तान में भारत जितना सम्मान नहीं मिला है। ऐसे में इस तरह की मांग उठाना बेहद रोचक और अमर स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।