Hanuman Jayanti: अयोध्या में निर्मित श्रीराम मंदिर रामराज्य की एक शुरुआत है, और अब वह रामराज्य सम्पूर्ण राष्ट्र में स्थापित हो—इस संकल्प के साथ एवं हिंदू समाज में शौर्य जागृत करने के उद्देश्य से 12 अप्रैल को श्री हनुमान जयंती के पावन अवसर पर हिंदू जनजागृति समिति तथा समविचारी हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों व श्रद्धालुओं के सहयोग से देशभर में 500 स्थानों पर सामूहिक गदा पूजन किया गया। मुंबई, ठाणे पालघर और रायगढ़ जिलों में भी 50 से अधिक स्थानों पर सामूहिक गदापूजन का आयोजन हुआ । फोर्ट, माहिम, भांडुप, जोगेश्वरी, वसई, विरार, ठाणे, डोंबिवली, भिवंडी, बदलापुर, पनवेल, खोपोली, अलिबाग, नागोठणे, पाली यह स्थानों पर यह कार्यक्रम संपन्न हुए, जिसमें विशेष रूप से युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शंखनाद से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का आरंभ शंखनाद से हुआ। इसके पश्चात सामूहिक प्रार्थना, गदापूजन विधि, श्री हनुमानजी की आरती, मारुति स्तोत्रपाठ तथा “श्री हनुमते नमः” नामजप किया गया। इस अवसर पर “रामराज्य की स्थापना हेतु श्री हनुमान के गुण कैसे आत्मसात करें” इस विषय पर मार्गदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में रामराज्य की स्थापना हेतु सामूहिक प्रतिज्ञा ली गई। हिंदू जनजागृति समिति विगत तीन वर्षों से यह सामूहिक गदापूजन कार्यक्रम सफलतापूर्वक देशभर में आयोजित कर रही है, और इस वर्ष भी हिंदुत्वनिष्ठों व श्रद्धालुओं की प्रभावी सहभाग देखने को मिला ।
धर्मरक्षा का संकल्प
इस गदापूजन के पीछे की भूमिका स्पष्ट करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने कहा, ‘मारुति की गदा केवल युद्ध का अस्त्र नहीं, बल्कि वह धर्मरक्षा का संकल्प, अन्याय के विरोध में खड़ा होने का प्रतीक तथा भगवान के कार्य के लिए निरंतर परिश्रम का प्रतीक है। अयोध्या में श्रीरामलल्ला का विराजमान होना एक ऐतिहासिक क्षण है, किंतु श्रीराम का कार्य अभी अधूरा है। मंदिर बन गया है, अब रामराज्य निर्माण का दायित्व हम सभी पर है। यह कार्य हनुमानजी जैसे शौर्य, निष्ठा, त्याग और सामर्थ्य के बिना संभव नहीं। इसीलिए इस वर्ष भी देशभर में गदापूजन के माध्यम से हम हिंदुओं में शौर्य जागृत कर रामराज्य की ओर सामूहिक कदम बढ़ाने का संकल्प लेते हैं।”