रेलवे बोर्ड ने अब पास पर टिकट बुकिंग कराते समय ओटीपी की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है। अब ऑनलाइन पास जारी कराते समय ही पास बुकिंग कोड पिन के रूप में आ जाएगा। जिससे टिकट बुक कराया जा सकेगा। यह कोड जब तक पास की वैधता है, अर्थात सामान्यत 5 माह तक वैध रहेगा।
पूर्व में ऑनलाइन पास लेने एवं उस पर रिजर्वेशन कराने में पासधारी के मोबाइल पर ओटीपी आता था। लेकिन, अधिकांश समय ओटीपी जनरेट नहीं होता था। इसके चलते कर्मचारी को मुफ्त यात्रा सुविधा के बाद भी भुगतान कर टिकट लेना पड़ता था।
रेलवे बोर्ड ने किया सुधार
रेलवे बोर्ड ने एचआरएमएस के ई-पास मॉड्यूल में ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) की मांग को मानते हुए एचआरएमएस तकनीक में सुधार और परिवर्तन किए हैं। एंप्लॉइज यूनियन के मंडल अध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी और जोनल संयुक्त सचिव सुभाष पारीक ने बताया कि एआईआरएफ के महामंत्री एसजी मिश्रा और सहायक महामंत्री मुकेश माथुर ने रेलवे बोर्ड में मीटिंग के दौरान इस ऑनलाइन पास मॉड्यूल (एचआरएमएस) में कई कमियां बताई थीं।
हो रही थी परेशानी
इस कारण कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ऑनलाइन पास लेने में एवं उस पर रिजर्वेशन करवाने में भारी परेशानी हो रही थी। रेलवे बोर्ड ने पिछले दिनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों को राहत प्रदान करते हुए ई-पास के साथ-साथ भौतिक आधार पर पास जारी करने के निर्देश प्रदान किए थे।