पाली जिले के रोहट थाना क्षेत्र के पीर दुल्हेशाह-चोटिला के निकट 20 अक्टूबर को दोपहर रेलवे पटरी के आस-पास दोनों तरफ झाडियों में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। आग व धुएं को देखकर बीकानेर-बांद्रा ट्रेन के चालक ने करीब पांच किलोमीटर तक ट्रेन को उलटा दौड़ाकर रोहट रेलवे स्टेशन पर पहुंचाया। ट्रेन करीब तीन घंटे तक रोहट रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। शाम को पूरी तरह से आग पर काबू पाने के बाद ट्रेन रवाना हुई।
आग लगने के दौरान वहां के एक खेत में खड़े समाजसेवी प्रहलाद सिंह राठाैड़, मानसिंह, लक्ष्मण पटेल, पर्वत भाटी, ईश्वर सिंह दौडकर आए और अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। उन्होंने पटरी के एक तरफ लग रही आग पर काबू पा लिया, लेकिन दूसरी तरफ तेज हवा के कारण आग ने तेजी से फैलाव कर दिया। आग करीब दो किलोमीटर तक फैल गई। इस दौरान जोधपुर की तरफ से बीकानेर-बांद्रा ट्रेन के आने का समय हो गया ओर ट्रेन के चालक ने बीच रास्ते में पटरी के आस-पास आग व धुआं देखते ही सूझबूझ से ट्रेन को बीच में ही रोक दिया ओर ट्रेन को वहीं से वापस उलटा चलाते हुए रोहट रेलवे स्टेशन पर ले जाकर खड़ा कर दिया।
सूचना मिलते ही ग्रामीण मदद के लिए दौड़ पड़े
करीब तीन घंटे तक ट्रेन रोहट रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। इधर, आग की सूचना मिलते ही ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दमकल को सूचना देकर मौके पर बुलाया। मौके पर पहुंची दो दमकलों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली ओर रोहट रेलवे स्टेशन से ट्रेन को रवाना किया गया। इस मौके पर तहसीलदार प्रवीण चौधरी, जैतपुर चौकी प्रभारी हंसराज मीणा, समाजसेवी नरपतसिंह बीठू सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
तीन घंटे देर से चली ट्रेन
चोटिला व पीर दुल्हेशाह के निकट आग लगने के कारण ट्रेन तीन घंटे लेट हुई। रणकपुर एक्सप्रेस का पाली रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का समय दोपहर 3 बजकर 48 मिनट का है। हादसा दोपहर 2 बजे हुआ। ट्रेन रोहट रेलवे स्टेशन पर करीब 3 घंटा 12 मिनट तक लेट हुई। शाम 4 बजकर 35 मिनट पर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। चोटिला व पीर दुल्हेशाह के निकट आग लगने के बाद मौके पर दमकल को आग बुझाने के लिए बुलाया तो दमकल एक पुल के नीचे फंस गई। दमकल वहां से रवाना होकर चोटिला गांव में घूमते हुए देरी से मौके पर पहुंची। इसके बाद आग बुझाने का प्रयास शुरू किया गया।