कोरोना महामारी के दो साल बाद फिर से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने भी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा संबंधी तैयारियां पूरी कर ली है।
यहां पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एडिशनल सीपी (ट्रैफिक) गीता रानी वर्मा ने बताया कि 14 जुलाई से 26 तक यातायात को सुचारू करने के लिये ट्रैफिक पुलिस ने 300 पुलिसककर्मियों को तैनात किया है। तीन शिफ्ट में पुलिसकर्मी काम करेंगे। एडिशनल सीपी ने बताया कि सरकार की तरफ से इस बार 172 कैम्प लगाने की अनुमति मिली है। इसमें नौ सिक्योरिटी कैम्प और 157 प्राइवेट कैम्प शामिल है। उन्होंने लोगों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की।
तनावग्रस्त इलाकों में सख्त निगरानी
उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी संजय सेन ने बताया कि किसी भी तरह के विवाद को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। एंटी टेरर मेजर भी लिए जा रहे हैं। पहली बार कांवड़ियों का एक ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। उत्तर पूर्वी जिले में 37 कैम्प लगेंगे। यहां आने जाने के लिये दो प्वाइंट बनेंगे। इसके साथ ही दो हजार ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ जिले की पुलिस भी सुरक्षा में तैनात रहेगी। आगे उन्होंने कहा कि 14 से 26 तारीख तक इसके लिए अरेंजमेंट्स होंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम होगा और मचान पर से भी नजर रखी जाएगी। यात्रा की सीसीटीवी कैमरे एंव ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इस बार कांवड़ यात्रा में पहली बार सीलमपुर चौक को रूट में लिया गया है।
यह है मुख्य चुनौती
सेन ने कहा कि कांवड़ यात्रा के रूट में सबसे बड़ी चुनौती गाजियाबाद बॉर्डर है। इसके लिये गाजियाबाद पुलिस के साथ संयुक्त बैठक की जा रही है। वहीं उत्तर पूर्वी जिले में हुए दंगों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में डीसीपी ने कहा कि हमने संयोजकों के साथ-साथ दोनों समुदाय के लोगों के साथ बैठक की है। जहां सबसे ज्यादा घटना हुई थी वहां पुलिस की कड़ी सुरक्षा रहेगी।
गाजीपुर एवं महाराजपुर बॉर्डर प्वाइंट पर सुरक्षा कड़ी
पूर्वी जिले की डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि पूर्वी जिले में 16 कैम्प लगाये जायेंगे। डीसीपी के अनुसार, गाजीपुर एवं महाराजपुर बॉर्डर पर चेकिंग प्वाइंट लगाये गये है। इसके साथ पुलिस ने जगह-जगह पर बेरिकेड लगाये है और कावड़ शिविरों को सख्त निर्देश दिया है कि वह आने-जाने वाले कावड़ियों एवं उनके जानकारों का रजिस्टर में एंट्री करे।
अप्सरा बॉर्डर एवं जीटी रोड़ की सुरक्षा
शाहदरा जिले के डीसीपी आर. सत्य सुन्दरम ने बताया कि उनके यहां अप्सरा बॉर्डर एवं जीटी रोड़ की सुरक्षा कड़ी चुनौती है। जीटी रोड़ 4.5 किलोमीटर का है और यह श्याम लाल कॉलेज तक आता है। डीसीपी ने बताया कि इस क्षेत्र में 33 कैम्प लगेंगे। जीटी रोड़ में सबसे ज्यादा ट्रैफिक होता है, इसके लिये वहां 13 पंडाल लगाये जा रहे हैं।
इसके साथ ही 10 जगहों पर दिल्ली पुलिस के कमांडो तैनात किये जायेंगे। डीसीपी के अनुसार, कांवड़ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा को तीन जोन एवं पांच सेक्टर में बांटा गया है। जोन को एसीपी रैंक के अफसर लीड करेंगे जबकि ोसेक्टर को इंस्पेक्टर लेवल के अफसर लीड करेंगे। इसके साथ ही अन्य जिलों की तरह यहां भी बेरिकेड, सीसीटीवी एंव ड्रोन से आने जाने वाले लोगों पर नजर रखी जायेगी।
डेटाबैंक होगा मौजूद
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता डीसीपी सुमन नलवा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने पहली बार 12 जुलाई को यात्री पंजीकरण व्यवस्था की शुरुआत की ताकि कांवड़ यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुगम बनाया जा सके। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस सिस्टम से कांवड यात्रियों की पूरी जानकारी होने से पुलिस को किसी भी परिस्थिति में उन तक तुरंत मदद या सहायता पहुंचाने में आसानी होगी।
रजिस्ट्रेशन के जरिए कांवड़ियों का एक डेटाबैंक तैयार हो जाएगा। इसकी मदद से उन्हें कोई सुविधा देने की बात हो या फिर किसी इमरजेंसी की स्थिति जैसे कोई दुर्घटना हो तो भक्तों की डिटेल मौजूद होगी, जिससे उनकी पहचान तो सुनिश्चित होगी ही। मदद पहुंचाना भी आसान हो जाएगा। हालांकि उन्होंने बताया कि यह रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं है। लेकिन हम देश में होने वाली संवेदनशील घटनाओं को लेकर सतर्क हैं, इसलिए हमने कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
यह भी पढ़ें-शोपियां मुठभेड़: सुरक्षाबलों के डर से जान बचाकर भागे आतंकी, इस बात का भी मिला लाभ
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
दिल्ली पुलिस ने रजिस्ट्रेशन के लिए एक लिंक दिया है। उस पर क्लिक करते हुए मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। ऐसा करते ही आवेदनकर्ता के फोन पर ओटीपी आ जाएगा। उसे समिट करना होगा। इसके बाद एक नया पेज खुलेगा, जिसमें कुछ पर्सनल जानकारी साझा करनी होगी। संबंधित जानकारी भरते ही रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा। पुलिस ने बताया कि अगर कोई यात्री रजिस्ट्रेशन करना चाहता है तो वह वेबसाइट kavad.delhipolice.gov.in पर जाकर इस प्रक्रिया को पूरी कर सकता है।