राज्य में हुई हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने रजा अकादमी के मालेगांव स्थित कार्यालय पर छापा मारा है। रजा अकादमी पर राज्य में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का आरोप है, जिसके बाद नांदेड, अमरावती और मालेगांव में कई स्थानों पर तोड़फोड़ हुई थी। छापा कार्रवाई में पुलिस को संवेदनशील कागज पत्र मिलने की सूचना है।
महाराष्ट्र में हुआ हिंसात्मक प्रदर्शन प्रकरण त्रिपुरा की उस घटना पर आधारित था, जो सोशल मीडिया के द्वारा और अफवाहों पर आधारित थी। जबकि, त्रिपुरा पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी त्रिपुरा में मस्जिद में तोड़फोड़ की जो खबर थी उसे झूठा बताया था। लेकिन इस सबके बाद भी महाराष्ट्र में रजा अकादमी ने विरोध प्रदर्शन आयोजित किये।
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रात को मारा गया छापा
मालेगांव में रात 3.30 बजे पुलिस ने छापामारी की। यह कार्रवाई पुलिस उपाधीक्षक धोंडे के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई दो घंटे के लगभग चली। इस कार्रवाई में पुलिस ने संवेदनशील कागज बरामद किये हैं।
रात में इस्लामपुरा क्षेत्र के रजा अकादमी कार्यालय में छापा मारकर छानबीन की गई है। पुलिस ने कार्यालय से विभिन्न दस्तावेज और कागज जप्त किया है, इसमें संवेदनशील कागजों की जांच की जा रही है।
चंद्रकांत खांडवी – अपर पुलिस अधीक्षक, मालेगांव
रजा अकादमी के दंगाई नेता फरार
बता दें कि, मालेगांव में रजा अकादमी द्वारा प्रदर्शन आयोजित किया गया था, इसमें बड़े स्तर पर पत्थरबाजी, आगजनी प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई थी। इस पर कर्रवाई करते हुए पुलिस ने 35 लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें कुछ पूर्व नगरसेवकों का समावेश है। इस प्रकरण में रजा अकादमी के 4 नेताओं पर मामला दर्ज है, जो फरार हैं। पुलिस उनकी लगातार खोज कर रही है। हिंसा की पूरी घटना में ढाई हजार लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज है।