Port Blair: अंडमान की पोर्ट ब्लेयर की वह सेल्युलर जेल, जहां स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपनी सजा काटी थी, वह किसी राष्ट्रीय तीर्थ से कम नहीं है। लाखों सावरकर प्रेमी और पर्यटक उस मंदिर जैसे कमरे को देखने के लिए पोर्ट ब्लेयर आते हैं, जहां सावरकर ठहरे थे। लेकिन पिछले डेढ़-दो साल में फ्लाइट टिकट की कीमत 200 रुपये तक बढ़ गई है।
25 -30 हजार हो गया किराया
ट्रैवल एजेंसी से जुड़े चंद्रशेखर देशमुख ने हिंदुस्थान पोस्ट से बात करते हुए कहा, ‘कुछ साल पहले पोर्ट ब्लेयर की यात्रा 12-14,000 रुपये में होती थी। लेकिन अब फ्लाइट टिकट ही 25,000 से 30,000 का हो गया है।’छह दिन और पांच रात’ की यात्रा की लागत प्रति व्यक्ति 25,000 रुपये है और उड़ान टिकट 30,000 रुपये है। इसलिए यात्रा अफोर्डेबल नहीं है। हमने पिछले दो वर्षों से पोर्ट ब्लेयर यात्राओं का आयोजन बंद कर दिया है।
Fast Track Court case: ममता बनर्जी की फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग पर केंद्र ने दिया यह जवाब
राहत दे राज्य सरकार
देशमुख की ट्रैवल एजेंसी हर साल 30-50 पर्यटकों को पोर्ट ब्लेयर ले जाती थी। देशमुख ने कहा, ”कोरोना के बाद उड़ान दरें बढ़ रही हैं लेकिन बाद में कम नहीं हुई। मुझे समझ नहीं आ रहा कि इतनी रेट वृद्धि क्यो है। देशमुख ने कहा कि राज्य सरकार को हवाई किराए के संबंध में कुछ कदम उठाकर सावरकर प्रेमियों को राहत देनी चाहिए।