…. ताकि मुंबई में किसी कोरोना मरीज की ऑक्सीजन की कमी से न हो मौत!

मुंबई में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों को महानगरपालिका के अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटर में भर्ती कराया जा सकता है।

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कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर मुंबई महानगरपालिका के जंबो कोविड सेंटर समेत विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, लेकिन आपात स्थिति में लिक्विड सिलेंडर की भी जरूरत पड़ सकती है। इसलिए बीएमसी 200 लीटर की क्षमता वाला माइक्रो पोर्टेबल लिक्विड सिलेंडर खरीद रही है। ऐसे 110 सिलेंडर खरीदे जा रहे हैं। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की पृष्ठभूमि में बीएमसी प्रशासन पाइप से तरल ऑक्सीजन गैस के साथ-साथ सिलेंडर गैस का भी स्टॉक तैयार रखने का प्रयास कर रहा है।

200 लीटर क्षमता वाले माइक्रो पोर्टेबल लिक्विड सिलेंडर की मांग
मुंबई में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों को महानगरपालिका के अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटर में भर्ती कराया जा सकता है। इसके साथ ही गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर माइक्रो-पोर्टेबल लिक्विड सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं। मौजूदा समय में बीएमसी के अस्पतालों और जंबो कोविड सेंटरों में मरीजों के इलाज के लिए 200 लीटर क्षमता वाले माइक्रो पोर्टेबल लिक्विड सिलेंडर की मांग बढ़ रही है।

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2 करोड़ 92 लाख रुपए खर्च
बीएमसी ने इन सिलेंडरों की आपूर्ति के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। सतरामदास गैसेस प्राइवेट लिमिटेड एकमात्र कंपनी है, जो इसके लिए पात्र है। बीएमसी के अधिकारियों के अनुसार कंपनी आवश्यक 110 सिलेंडरों की आपूर्ति के लिए तैयार है। इस खरीदी में प्रति सिलेंडर 2 लाख 65 हजार 500 रुपये की दर से भुगतान किया जाना है। इस तरह इन 110 सिलेंडरों पर विभिन्न करों सहित 2 करोड़ 92 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इन सभी सिलेंडरों की आपूर्ति दो दिनों के भीतर स्थायी समिति की मंजूरी के बाद कर दी जाएगी।

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